HAL LCA Mk 1A: मोदी सरकार ने भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 97 और हल्के लड़ाकू विमान (LCA MK-1A) खरीदने के लिए 62,000 करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी दे दी है। भारतीय वायुसेना को ये लड़ाकू विमान मिलने के बाद थलसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
जानकारी के लिए बता दें कि तेजस को DRDO की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ADA ने डिजाइन किया है और HAL इसका निर्माण कर रही है। तेजस सिंगल इंजन वाला तेजस 4.5 जेनरेशन का डेल्टा विंग मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है। इसके अलावा, तेजस मार्क 1A, तेजस मार्क 1 से भी ज्यादा उन्नत है।
तेजस मार्क 1A की खासियत
रिपोर्ट के अनुसार, तेजस मार्क 1ए दुनिया में इस सेगमेंट का सबसे छोटा और हल्का लड़ाकू विमान है। इसकी अधिकतम गति 1.8 मैक और मारक क्षमता 1200 किलोमीटर है। इसमें हवा में ही ईंधन भरा जा सकता है, जिससे इसकी मारक क्षमता लगभग 3000 किलोमीटर हो जाती है।
इसके अलावा, तेजस मार्क 1ए 50,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ान भर सकता है। तेजस 6,500 किलोग्राम वजनी विभिन्न हथियारों को लेकर उड़ान भर सकता है, जिसमें रॉकेट, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, अस्त्र मार्क-1 और कई अन्य मिसाइलें शामिल हैं। ब्रह्मोस एनजी को हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ तैयार किया जा रहा है, जिसमें एंटी-रेडिएशन, एंटी-शिप मिसाइलें, सटीक गाइडेड बम, लेजर गाइडेड बम और अनगाइडेड बम भी शामिल हैं।
मिग-21 की लेंगे जगह
आपको बता दें कि नया एलसीए एमके-1ए, मिग-21 लड़ाकू विमान की जगह लेगा। भारतीय वायु सेना अपने आखिरी प्रतिष्ठित मिग-21 लड़ाकू विमान को इस सितंबर में सेवानिवृत्त करने जा रही है, जिससे इसकी 62 साल की यात्रा समाप्त हो जाएगी और इसके लिए चंडीगढ़ में एक सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित किया जाएगा।
नासिक स्थित एचएएल की नई उत्पादन लाइन में निर्मित पहला एलसीए एमके-1ए जल्द ही अपनी पहली उड़ान भरने के लिए तैयार है। सरकारी विमान निर्माता कंपनी का लक्ष्य लगभग 18 महीने की देरी के बाद सितंबर में बेंगलुरु में निर्मित पहला एलसीए एमके-1ए भारतीय वायु सेना को सौंपना है।