Chandra Grahan 7 September 2025: इस साल दो बार चंद्र ग्रहण लगना है। जिसमें से एक मार्च की महीने में लग चुका है। अब दूसरा चंद्र ग्रहण सितंबर की महीने में लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारत में भी नजर आने वाला है। इस चंद्र ग्रहण का काफी ज्यादा महत्व है।
ग्रहण के दौरान शुभ कार्य और पूजा पाठ नहीं की जाती है। शारीरिक और मानसिक सेहत भी इसका असर पड़ता नजर आ सकता है। इस साल कुल चार चंद्र ग्रहण लगने हैं, जिनमें से दो सूर्य और दो चंद्र ग्रहण है। पहला चंद्र ग्रहण मार्च के महीने में लग चुका है। अब दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत में लगेगा। यह भारत में साफ तौर पर नजर आने वाला है। इसे सूतक काल माना जाएगा। चंद्र ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक शुरू हो जाता है। यह केवल उन्हीं जगहों पर मान्य होता है, जिस जगह इन्हें देखा जा सकता है।
किन चीजों पर होती है पाबंदी?
-
पूजा-पाठ नहीं की जाती
-
पूजा-पाठ नहीं की जाती
-
खाना नहीं खाया जाता
-
कोई शुभ काम नहीं कर सकते
-
मंदिर बंद रहते हैं
कब लगेगा सूर्य ग्रहण?
चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण पितृ पक्ष की शुरुआत में लगेगा साथ ही यह भारत में भी नजर आने वाला है। वहीं सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को लगने जा रहा है। लेकिन यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। यह केवल न्यूजीलैंड, पैसिफिक व अंटार्कटिका में नजर आने वाला है।
इन देशों में नजर आएगा चंद्र ग्रहण
दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 को भाद्रपद मास की शुक्ल पूर्णिमा को लगने जा रहा है। यह रात 21:57 बजे शुरू होगा और 1:26 बजे जाकर यह खत्न होगा। सूतक काल 7 सितंबर को दोपहर 12:57 बजे से आरंभ होगा और ग्रहण की समाप्ति तक रहने वाला है। यह ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, न्यूजीलैंड, पश्चिमी और उत्तरी अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के पूर्वी क्षेत्रों में दिखाई देगा। साथ ही यह ग्रहण अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलेशिया, एशिया, हिंद महासागर, युरोप पूर्वी अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में भी नजर आने वाला है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इन खबर इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।