नई दिल्ली से मनोहर केसरी की रिपोर्ट
Khelo India: खेलो इंडिया के तहत पहली बार वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 21 से 23 अगस्त तक श्रीनगर की डल झील में आयोजित किए जाएंगे । हिमालयन किंगफिशर को गुरुवार को श्रीनगर में पहली बार आयोजित होने वाले खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल के शुभंकर के रूप में लॉन्च किया गया।
पहली बार खेलो इंडिया बीच गेम्स इस साल मई में दीव में आयोजित किए गए थे। KIWSF का आयोजन जम्मू और कश्मीर खेल परिषद द्वारा केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सहयोग से किया जाएगा।
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J&K में लगातार खेलो इंडिया के तहत आयोजन
मार्च में गुलमर्ग में खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों के हिमपात मुकाबलों की मेजबानी के बाद, यह जम्मू और कश्मीर के लिए दूसरा खेलो इंडिया आयोजन होगा। KIWSF में पदक स्पर्धाओं के रूप में नौकायन, कैनोइंग और कयाकिंग शामिल होंगे। प्रदर्शन कार्यक्रमों में वाटर स्कीइंग, शिकारा रेस और ड्रैगन बोट रेस शामिल होंगी। इस आयोजन के लिए 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 400 से अधिक एथलीटों के श्रीनगर पहुँचने की उम्मीद है।
जम्मू और कश्मीर के युवा सेवा एवं खेल मंत्री सतीश शर्मा और ज़दीबल के विधायक (MLA), तनवीर सादिक ने शुभंकर और लोगो जारी किया। इस अवसर पर खेलों की आधिकारिक किट का भी अनावरण किया गया।
खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025 का रंगीन शुभंकर, हिमालयन किंगफिशर, खेलों में रोमांच, प्रकृति और प्रतिस्पर्धा की भावना का प्रतीक है। अपने गहरे नारंगी और नीले रंग के साथ, यह कश्मीर की ऊर्जा, शांति और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करता है। एक प्रतीक से बढ़कर, यह इस उत्सव का राजदूत है, जो देश भर में पर्यावरण-अनुकूल खेलों, पर्यटन और युवा जुड़ाव को बढ़ावा देता है।
फेस्टिवल में खास
खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का लोगो कश्मीर के सार को दर्शाता है, जिसमें बर्फ से ढके पहाड़ों और देवदार के पेड़ों से घिरी डल झील पर शिकारा तैरता हुआ दिखाई देता है। इसकी शांत झलक कश्मीर की खूबसूरती को दर्शाती है, जबकि खेलो इंडिया के रंग परंपरा, प्रकृति और खेल की ऊर्जा को एक साथ लाते हैं।
सादिक ने कहा, “गुलमर्ग पहले ही देश की शीतकालीन खेलों की राजधानी बन चुका है, और अब डल झील भारत का जल क्रीड़ा केंद्र बन जाएगी।” उन्होंने आगे कहा, “यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए गर्व का क्षण है।”