Tejashwi Yadav: रक्षाबंधन का त्योहार भारतीय संस्कृति में भाई-बहन के प्यार और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर बहनों से राखी बांधी, जिसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की हैं। तेजस्वी की यह खुशी और पारिवारिक स्नेह उनके समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, लालू परिवार के अंदर चल रहे राजनीतिक और व्यक्तिगत विवादों ने इस त्योहार की खुशियों को कहीं न कहीं झकझोर कर रख दिया है।
तेजस्वी यादव की राखी की तस्वीरें हुईं वायरल
तेजस्वी यादव ने रक्षाबंधन के अवसर पर अपनी बहनों के साथ एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने बड़ी बहनों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया, जो पारंपरिक सम्मान और प्रेम की भावना को दर्शाता है। इस पहल से यह साफ होता है कि तेजस्वी अपने परिवार के प्रति आज भी भावुक और जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीरें वायरल हो रही हैं और लोगों में उनके पारिवारिक संबंधों की ताकत को लेकर सकारात्मक चर्चा हो रही है। तेजस्वी यादव ने जो तस्वीरें शेयर की हैं वो वायरल हो रहीं हैं हजारों लोगो ने इन तस्वीरों को शेयर किया है.
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लालू परिवार के भीतर राजनीतिक तनाव
वहीं दूसरी ओर, लालू परिवार के भीतर राजनीतिक तनाव और पारिवारिक दूरियां भी इस मौके पर उजागर हुईं। तेज प्रताप यादव को चार बहनों ने राखी नहीं भेजी, जिससे उनके अकेलेपन और परिवार में रिश्तों के टूटने की खबरें सामने आई हैं। यह केवल व्यक्तिगत ठंडापन ही नहीं, बल्कि लालू परिवार के भीतर बढ़ते राजनीतिक और पारिवारिक मतभेदों का भी संकेत है। रक्षाबंधन जैसे त्योहार पर बहनों द्वारा राखी न भेजना भावनात्मक क्षोभ के साथ-साथ राजनीतिक असहमतियों को भी दर्शाता है।
लालू परिवार बिहार की राजनीति में एक बड़ा नाम है, और परिवार के इस तरह के बिखराव से राज्य की राजनीतिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है। तेज प्रताप और तेजस्वी के बीच बढ़ते तनाव के बीच परिवार के अन्य सदस्यों के बीच भी मतभेद बढ़ रहे हैं, जो आगामी राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकते हैं। यह स्थिति रक्षाबंधन के इस पारंपरिक पर्व को एक दहलीज़ पर खड़ा कर देती है, जहां परिवार का आपसी प्यार और राजनीति की जटिलताएं आमने-सामने हैं।