Mo Gawdat: एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज हर क्षेत्र में क्रांति ला रहा है और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। इस बात पर ज़ोरदार चर्चा चल रही है कि आने वाले वर्षों में एआई लोगों की नौकरियाँ खा जाएगा और इसका असर सभी क्षेत्रों में दिखाई देगा। इस बीच गूगल X के पूर्व चीफ बिज़नेस ऑफिसर मो गॉवडाट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर एक ऐसा खुलासा किया है जिसे सुन हर कोई दंग रह गया। मो गॉवडाट ने एक पॉडकास्ट में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिर्फ शुरुआती स्तर की नौकरियों के लिए खतरा नहीं है, बल्कि यह सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, CEOs और यहां तक कि पॉडकास्ट करने वालों की नौकरियां भी ले लेगा।
वाइट-कॉलर नौकरियां खत्म हो जाएंगी-गॉवडाट
“Diary of a CEO” नाम के पॉडकास्ट में बातचीत करते हुए गॉवडाट ने कहा कि अगले 10 सालों में ज़्यादातर वाइट-कॉलर नौकरियां (जैसे ऑफिस में काम करने वाले प्रोफेशनल्स) खत्म हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि लोग इस बदलाव की रफ्तार को अभी भी कम समझ रहे हैं।उन्होंने अपनी कंपनी Emma.love का उदाहरण दिया जो रिश्तों और भावनाओं पर काम करने वाला एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बनाती है। गॉवडाट ने बताया कि इस स्टार्टअप को चलाने के लिए पहले 350 डेवलपर्स की ज़रूरत होती, लेकिन आज सिर्फ 3 लोग ही इसे चला रहे हैं। उन्होंने पॉडकास्ट के होस्ट स्टीवन बार्टलेट से कहा, “यहां तक कि पॉडकास्टर की भी जरूरत नहीं बचेगी।”
“AI CEO से भी बेहतर होगा”
गॉवडाट ने कहा कि आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) इंसानों से हर काम में बेहतर हो जाएगा, यहां तक कि सीईओ (CEO) बनने में भी। अभी जो समय चल रहा है उसे उन्होंने संवर्धित बुद्धिमत्ता (Augmented Intelligence) का दौर बताया जिसमें इंसान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। लेकिन जल्दी ही मशीन मास्टरी (Machine Mastery) का समय आएगा जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अकेले ही सारे काम करने लगेगा जैसे असिस्टेंट्स, आर्किटेक्ट्स, और बाकी प्रोफेशनल्स।
“AI को चलाने वाले लोगों में नैतिकता नहीं है”
गॉवडाट खुद AI के खिलाफ नहीं हैं। वे चाहते हैं कि AI को इस तरह बनाया जाए कि वह प्यार, रिश्तों और इंसानियत की भावनाओं को समझे। लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल वो लोग कर रहे हैं जिन्हें सिर्फ पैसा और ताकत चाहिए, न कि इंसानियत की भलाई। उन्होंने कहा “अगर आप टॉप 0.1% में नहीं हैं, तो आप बस एक किसान जैसे हैं कोई मिडल क्लास नहीं रहेगा।”
2027 से शुरू होगी तबाही
गॉवडाट ने कहा कि 2027 के आसपास एक “Short-Term Dystopia” यानी एक बुरा दौर शुरू हो सकता है। जिसमें लोगों की नौकरियां जाएंगी, समाज में तनाव होगा, और हमारी आर्थिक व्यवस्था इस बदलाव से निपट नहीं पाएगी।
लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर सब सही दिशा में चला, तो एक बेहतर दुनिया बन सकती है – जिसमें इंसान ज्यादा आज़ाद होंगे, खुश होंगे, और एक-दूसरे के साथ प्यार से रहेंगे।उन्होंने कहा, “हम इंसानों को रोज़ सुबह उठकर 20 घंटे काम करने के लिए नहीं बनाया गया है। हमने अपने काम को ही अपना मकसद बना लिया है जो एक पूंजीवादी झूठ है।”
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‘AI जलवायु परिवर्तन से भी बड़ा खतरा है’
2023 में इसी पॉडकास्ट के एक पुराने एपिसोड में गॉवडाट ने कहा था कि AI एक “इमरजेंसी” से भी ज़्यादा बड़ा मुद्दा है यहां तक कि जलवायु परिवर्तन से भी बड़ा। उन्होंने सुझाव दिया था कि AI से पैसे कमाने वाली कंपनियों पर 98% टैक्स लगाया जाए, ताकि AI की तेज़ रफ्तार को धीमा किया जा सके और उन लोगों की मदद की जा सके जिनकी नौकरियां AI की वजह से खत्म हो रही हैं।