PM Modi On Indian Economy: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस समय बेहद गुस्से में हैं। वह लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इसी कड़ी में, हाल ही में उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकोनॉमी’ बताया था। अब अमेरिकी राष्ट्रपति का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने ट्रंप को करारा जवाब दिया है।
शनिवार (2 अगस्त, 2025) को वाराणसी में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
‘भारत अपने हितों को लेकर सजग’
पीएम मोदी ने कहा, “आज विश्व अर्थव्यवस्था अनेक आशंकाओं से गुज़र रही है, अस्थिरता का माहौल है। ऐसे में दुनिया के देश अपने-अपने हितों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत को भी अपने आर्थिक हितों के प्रति सजग रहना होगा। हमारे किसान, हमारे लघु उद्योग, हमारे युवाओं को रोज़गार, इनका हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सरकार इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार देशहित में हर संभव प्रयास कर रही है। जो लोग देश का भला चाहते हैं और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देखना चाहते हैं, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल के हों, उन्हें अपने मतभेद भुलाकर स्वदेशी उत्पादों का संकल्प लेना चाहिए।
🚨 PM Modi has sent a strong message to the world specially to Do-land Trump—India’s needs will always come first.
While many countries are struggling with the economy, India is moving up and is on its way to becoming the world’s 3rd biggest economy.
We care deeply about our… pic.twitter.com/dPTnwq7llk
— BALA (@erbmjha) August 2, 2025
‘स्वदेशी के लिए संकल्प लें लोग’
प्रधानमंत्री ने कारोबारियों से अपील करते हुए कहा कि जब दुनिया इस प्रकार की अस्थिरता के माहौल से गुजर रही है तो हम भी सिर्फ और सिर्फ स्वदेशी माल ही बेचेंगे। ये संकल्प भी देश की सच्ची सेवा होगी। अब हर पल स्वदेशी ही खरीदेंगे। ये महात्मा गांधी को बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
ट्रंप ने बताया था ‘डेड इकोनॉमी’
ट्रंप इस समय भारत-रूस संबंधों से बेहद नाराज़ हैं। ट्रंप दोनों देशों के बीच संबंध खराब करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी कुछ नहीं हो रहा है। इसी हताशा में ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “मुझे इसकी परवाह नहीं कि भारत रूस के साथ क्या करता है। वे मिलकर अपनी मरी हुई अर्थव्यवस्था को गिरा सकते हैं, मुझे इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।”