Vastu Shastra Morning Tips: वास्तु शास्त्र की माने तो सुबह का समय ब्रह्म मुहूर्त के साथ शुरू होता है और ये सूर्योदय से पहले का समय होता है। सुबह के समय कुछ काम करने से आपकी नकारात्मकता दूर होती है और साथ ही साथ घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो जाता है। तो आइए आपको हम विस्तार से समझाते है। वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद में ब्रह्म मुहूर्त (सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटा पहले) को सबसे शुभ समय माना जाता है। इस समय उठने से मन और शरीर तरोताजा हो जाता है और नकारात्मक विचार दूर रहते हैं। ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ध्यान, प्रार्थना या योग करने से आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है। सुबह जल्दी उठने से आप दिन भर ऊर्जावान और एकाग्र रहते हैं, जिससे आपके काम में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
अपने हथेलियों को देखें
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, सुबह बिस्तर से उठते ही अपनी दोनों हथेलियों को देखना बहुत ही शुभ माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि हथेलियों में मां लक्ष्मी, देवी सरस्वती और ब्रह्मा का वास होता है।इसके लिए, दोनों हथेलियों को आपस में जोड़कर उन्हें किताब की तरह खोलें और “कराग्रे वसते लक्ष्मी, कर्ममध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविंदः, प्रभाते करदर्शनम्” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपके दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ होती है।
मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएँ
वास्तु शास्त्र में, मुख्य द्वार को घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। सुबह उठकर, मुख्य द्वार को साफ़ करें और वहाँ आटे या रंगों से एक छोटी सी रंगोली बनाएँ। यदि समय की कमी हो तो कुमकुम या सिंदूर से ‘ॐ’ या ‘शुभ-लाभ’ लिखें। यह उपाय देवी लक्ष्मी को आकर्षित करता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकता है।
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गाय को पहली रोटी खिलाएँ
वास्तु और हिंदू धर्मग्रंथों में गाय को पवित्र माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसमें 36 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। सुबह रसोई में खाना बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए निकालें और उसे खिलाएँ। ऐसा करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और कार्यों में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
ध्यान और प्रार्थना करें
सुबह का समय ध्यान और प्रार्थना के लिए सबसे सही माना गया है। वास्तु के मुताबिक, अपने घर के उत्तर-पूर्व दिशा में एक शांत जगह बनाएँ, जहाँ पर आपका ध्यान लगे और आप या पूजा कर सकें। यहाँ बैठकर 5 से10 मिनट तक गायत्री मंत्र या अपने इष्टदेव के मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से मन शांत रहता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
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वास्तु शास्त्र के ये 5 आसान उपाय – ब्रह्म मुहूर्त में उठना, ताड़ के पेड़ के दर्शन करना, सूर्य को जल चढ़ाना, मुख्य द्वार पर रंगोली बनाना और गाय को रोटी खिलाना – आपके दिन की शुरुआत को सकारात्मक और शुभ बनाते हैं। ये उपाय न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और शांति का वातावरण भी बनाते हैं।