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तांत्रिकों की बात न सुनना पड़ा भारी! बना डाली ऐसी फिल्म…रातों रात उजड़ गई डायरेक्टर की जिंदगी

Gehrayee Horror Film: आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने एक डायरेक्टर की जिंदगी को तबाह कर दिया। दरअसल ये फिल्म 1980 में रिलीज हुई थी और ये एक हॉरर फिल्म है।

By: Heena Khan | Published: July 29, 2025 9:33:02 AM IST



Gehrayee Horror Film: आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने एक डायरेक्टर की जिंदगी को तबाह कर दिया। दरअसल ये फिल्म 1980 में रिलीज हुई थी और ये एक हॉरर फिल्म है। जिसकी डायरेक्टर अरुणा राजे थी। वहीँ जब ये फिल्म राजे बनाने जा रही थीं तो तांत्रिकों ने काला जादू न करने की सलाह दी थी। वहीँ इस दौरान कहा गया था कि वो यह फिल्म न बनाएं, वरना उनके साथ कुछ बुरा हो जाएगा। फिल्म की कहानी एक ऐसे परिवार के बारे में थी जो काला जादू करता है। वहीँ अरुणा राजे ने एक न सुनी और फिल्म बना दी।  जिसके बाद उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने सब कुछ बर्बाद कर दिया। 

अनुभवों पर बनाई फिल्म 

इस दौरान मशहूर डायरेक्टर अरुणा राजे ने बॉलीवुड क्रिप्ट को बताया कि गहराई की कहानी लिखते समय उनकी मुलाक़ात कुछ तांत्रिकों से हुई थी। उन्हें चेतावनी दी गई थी कि वो काले जादू के चक्कर में न पड़ें, वरना उनके जीवन में कई बुरे हादसे होने लगेंगे । अरुणा राजे ने कहा कि हॉरर फिल्म ‘गहराई’ बनाने का विचार उनके अपने निजी अनुभवों से आया। उन्होंने कहा, “जब मैं अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रहती थी, तो मेरी माँ रोज़ाना बगीचे में कुछ न कुछ ढूंढती रहती थीं। हल्दी या कुमकुम लगे छोटे-छोटे नींबू। लोग काला जादू करते थे, खासकर राजनीति में। पापा एक स्वतंत्रता सेनानी थे जो बाद में राजनेता बने। इसलिए हमारे बगीचे में ये सब चीज़ें मिलना कोई नई बात नहीं थी।

तांत्रिकों ने पहले ही दे दी थी चेतावनी 

अरुणा राजे ने कहा कि कहानी लिखते समय उनकी मुलाक़ात कई तांत्रिकों और जादूगरों से हुई, लेकिन फ़िल्म बनाने के बाद कई डरावनी चीज़ें भी हुई। अरुणा ने जानकारी दी , ‘एक अहम बात ये है कि हमें ख़ुद ये चीज़ें नहीं करनी चाहिए। वो इसलिए क्योंकि हमें नतीजा नहीं पता होता। सबने हमें चेताया था कि ये फ़िल्म मत करो, तुम्हारे साथ कई तरह की घटनाएँ घटेंगी। हम इतने अंधविश्वासी नहीं थे, इसलिए हमेशा कहते थे, ‘अरे, ये तो बस कहानियाँ दोहरा रहे हैं। हम तो बस फ़िल्म बना रहे हैं। हमने फ़िल्म बनाई, लेकिन चीज़ें ग़लत हो गईं।

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फिर करना पड़ा मुसीबतों का सामना 

अरुणा राजे ने कहा कि फिल्म ‘गहराई’ बनाने के कुछ साल बाद ही उनका अपने पति से तलाक हो गया और उनकी 9 साल की बेटी की कैंसर से मौत हो गई। इतना ही नहीं, फिल्म रिलीज़ होने के तुरंत बाद ही उन्हें दर्शकों से शिकायतें मिलने लगीं कि उनके साथ अजीबोगरीब और डरावनी घटनाएँ हो रही हैं। कभी खाना खराब हो जाता तो कभी कुछ और। वे अरुणा और फिल्म की टीम को फ़ोन करके तांत्रिकों के नंबर मांगते।

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