IND vs ENG 4th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ रहा, पर इसके खत्म होते-होते नॉनस्टॉप ड्रामा चालू रहा। मै। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स जब भारतीय बल्लेबाज़ रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर को आउट नहीं कर पाए, तो उन्होंने दोनों बल्लेबाज़ों को मैच ड्रॉ कराने का प्रस्ताव दिया। हालाँकि, दोनों भारतीय बल्लेबाज़ अपने शतक के करीब थे और उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इसके बाद बेन स्टोक्स द्वारा दोनों बल्लेबाज़ों से हाथ मिलाने को लेकर विवाद हुआ, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अब कोच गौतम गंभीर ने भी इस पूरे विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में फूटा गंभीर का गुस्सा
मैच के बाद जब भारतीय कोच गौतम गंभीर से इस मुद्दे पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बेबाकी से अपना पक्ष रखा। उन्होंने साफ़ कहा कि अगर यही हाल इंग्लैंड के खिलाड़ियों के साथ होता, तो क्या वे मैदान छोड़कर चले जाते? गंभीर ने कहा, “अगर एक खिलाड़ी 90 रन पर और दूसरा 85 रन पर खेल रहा है, तो क्या वह शतक पूरा करने का हकदार नहीं है? क्या इंग्लैंड अपने खिलाड़ियों को शतक के इतने करीब होने पर मैदान छोड़ने के लिए कहेगा? जवाब है, नहीं। हमारे खिलाड़ियों ने तूफान का सामना किया है। उन्होंने कड़ी मेहनत से ये शतक बनाए हैं और हम यहाँ किसी को खुश करने के लिए नहीं हैं।”
जडेजा-सुंदर के शतक, गिल का समर्थन
भारत के लिए, रवींद्र जडेजा (नाबाद 107) और वाशिंगटन सुंदर (नाबाद 101) ने आखिरी दिन 203 रनों की मज़बूत साझेदारी की और मैच ड्रॉ कराया। जब दोनों बल्लेबाज़ शतक के करीब पहुँचे, तो इंग्लिश कप्तान स्टोक्स ने खेल खत्म करने का प्रस्ताव रखा।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने भी मैच के बाद अपने बयान में गंभीर का समर्थन किया और कहा, “जब कोई बल्लेबाज़ अपने शतक के इतने करीब होता है, तो वह इसे हासिल करने का हकदार होता है। मैच का नतीजा चाहे जो भी हो, हम अपने खिलाड़ियों को वह स्थान देना चाहते हैं जिसके वे हकदार हैं।”