Home > देश > Bihar Chunav 2025: RJD में हुआ बड़ा बदलाव, लालू यादव ने पार्टी में ‘बहू’ और ‘ससुर’ को दे दिया बड़ा तोहफा…क्या इससे 2025 में राजद को मिल पाएगी जीत?

Bihar Chunav 2025: RJD में हुआ बड़ा बदलाव, लालू यादव ने पार्टी में ‘बहू’ और ‘ससुर’ को दे दिया बड़ा तोहफा…क्या इससे 2025 में राजद को मिल पाएगी जीत?

Bihar Chunav 2025: सत्यानंद भोक्ता बिहार-झारखंड की राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। अपने ढाई दशक के राजनीतिक करियर में उन्होंने तीन बार चतरा विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व किया है और पांच बार मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से की थी और वर्तमान में राजद का झंडा बुलंद किए हुए हैं।

By: Shubahm Srivastava | Published: July 26, 2025 9:02:30 AM IST



Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव को लेकर राजद ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में पार्टी के अंदर भी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अब राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता को संगठन की अहम जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा उनकी बहू रश्मि प्रकाश को भी महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। अपने मनोनयन को लेकर सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि ‘मैं पूरी निष्ठा के साथ संगठन के प्रति समर्पित रहूंगा।’

सत्यानंद भोक्ता बिहार-झारखंड की राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। अपने ढाई दशक के राजनीतिक करियर में उन्होंने तीन बार चतरा विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व किया है और पांच बार मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा से की थी और वर्तमान में राजद का झंडा बुलंद किए हुए हैं।

भाजपा से की थी शुरूआत, फिर JVM, और अब हैं राजद में

आपको बता दें कि सत्यानंद भोक्ता वर्ष 2000 में पहली बार भाजपा के टिकट से विधायक चुने गए थे। उस समय झारखंड अस्तित्व में नहीं आया था। राज्य गठन के लगभग तीन साल बाद, वे अर्जुन मुंडा सरकार में पहली बार पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री बने। इसके बाद, 2005 का चुनाव जीतकर, वे दूसरी बार मुंडा सरकार में कृषि एवं गन्ना विकास मंत्री बने।

इसके बाद, वर्ष 2009 में उन्होंने चतरा की बजाय सिमरिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन वे वहां से हार गए, जिसके बाद 2014 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। इससे नाराज होकर, सत्यानंद भोक्ता बागी होकर झारखंड विकास मोर्चा में चले गए और चतरा से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।

हारने के बाद, सत्यानंद भोक्ता ने झारखंड विकास मोर्चा को अलविदा कह दिया और 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजद में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें कुछ महीनों बाद हुए विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया। सत्यानंद भोक्ता एक बार फिर विधायक बनने में सफल रहे। वे राजद के इकलौते विधायक थे, इसलिए हेमंत सरकार में उन्हें श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री बनाया गया।

कई बार मिल चुका है मंत्री पद

ढाई साल बाद जब नेतृत्व परिवर्तन हुआ और चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने, तो उन्हें अपनी सरकार में मंत्री भी बनाया गया। इसी तरह, जब हेमंत सोरेन जेल से वापस आए और दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, तो उसमें भी उन्होंने मंत्री के रूप में अपनी उपस्थिति बनाए रखी। हालाँकि, इसी बीच, वर्ष 2022 में केंद्र सरकार ने भोक्ता जाति को अनुसूचित जाति से अलग करके अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल कर दिया।

रश्मि प्रकाश बनाई गई महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष

सत्यानंद भोक्ता के अलावा उनकी बहू रश्मि प्रकाश को भी बड़ा पद दिया गया है। उन्हें संगठन में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें फिर से राजद महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार सिंह यादव ने दो दिन पहले ही उनका मनोनयन किया है।

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