Kokate Rummy Video Controversy: महाराष्ट्र की राजनीति में कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे विवादों में घिर गए हैं। विधानसभा भवन में सत्र के दौरान मोबाइल पर रमी खेलते माणिकराव कोकाटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। विपक्ष इस वीडियो पर तीखे आरोप-प्रत्यारोप लगा रहा है। रमी मास्टर कृषि मंत्री किसान गारंटी भूलकर रमी खेल रहे हैं, जिसके लिए उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है। अब वायरल वीडियो पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होने मामले को लेकर जांच की मांग की है।
राहुल नार्वेकर ने क्या कहा ?
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के विधानसभा के अंदर मोबाइल पर गेम खेलने वाले वायरल वीडियो पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, “मैंने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद मैं इस मुद्दे पर टिप्पणी करूंगा। विधानसभा में इस तरह के वीडियो शूट करने की अनुमति नहीं है। यह विधानसभा का अपमान भी है। इस मामले में जांच होनी चाहिए।”
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अजित पवार ने दी प्रतिक्रिया
कृषि मंत्री के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि “कृषि मंत्री के वीडियो के बारे में मुझे जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार यह घटना सदन के अंदर हुई। विधानमंडल का पूरा क्षेत्र राम कदम और राहुल नार्वेकर के अधिकार क्षेत्र में आता है। मुझे पता है कि उन्होंने इसकी जाँच के आदेश भी दिए हैं। वहाँ वास्तव में क्या हुआ, इसकी जाँच चल रही है। मैं अभी तक उनसे नहीं मिला हूँ।”
#WATCH | Mumbai | On viral video of Maharashtra agriculture minister Manikrao Kokate’s showing him playing a game on his mobile inside Assembly, Maharashtra Assembly Speaker Rahul Narvekar says, ” I have ordered a detailed inquiry into the matter. I will comment on the issue once… pic.twitter.com/OYf0n08ViG
— ANI (@ANI) July 25, 2025
अजित पवार ने कहा, “वे अगले सोमवार को मुझसे मिल सकते हैं। हमने पहले भी इस पर चर्चा की थी कि राज्य के प्रति सभी की ज़िम्मेदारी है, हमें जागरूकता के साथ बोलना, कार्य करना और निर्णय लेना चाहिए, ऐसे सख्त निर्देश हर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दिए हैं। एक बार पहले भी उनके साथ ऐसा ही हुआ था, मैंने संज्ञान लिया था और उन्हें समझाया था। इसके बाद, दूसरी बार ऐसा हुआ, मैंने उन्हें अवगत कराया, लेकिन अब वे कहते हैं कि मैं ऐसा नहीं कर रहा था। इससे वास्तव में क्या निकलेगा।”
क्या है पूरा मामला?
सभागृहाचं कामकाज संपलं होतं हे कृषिमंत्री महोदयांचं विधान धडधडीत खोटं आहे. उलट विकासाच्या मूळ प्रवाहापासून दूर असलेल्या आदिवासी बांधवांना दुधाळ जनावरं देण्याच्या अत्यंत महत्त्वाच्या विषयावर सभागृहात चर्चा सुरु होती, पण ‘ओसाड गावच्या पाटलांना’ या चर्चेत… pic.twitter.com/KQJE4eHtwz
— Rohit Pawar (@RRPSpeaks) July 22, 2025