VS Achuthanandan Death: केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता वीएस अच्युतानंदन का सोमवार को 101 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। पिछले महीने दिल का दौरा पड़ने के बाद से उनका यहां एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। आज सुबह, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (माकपा) के कई नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे।
वी.एस. अच्युतानंदन कौन थे?
वी.एस. अच्युतानंदन 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे। 15 वर्षों तक केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अच्युतानंदन राजनीतिक हलकों में वी.एस. के नाम से लोकप्रिय थे। उन्होंने 1939 में ट्रेड यूनियनों के माध्यम से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और 1940 में कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए। वी.एस. अच्युतानंदन का पूरा नाम वेलिक्कथु शंकरन अच्युतानंदन था। वे वामपंथी पार्टी सीपीएम के एक बड़े नेता थे।
सीपीएम पोलित ब्यूरो के भी रहे सदस्य
बता दें, अच्युतानंदन साल 1985 से 2009 तक सीपीएम पोलित ब्यूरो के सदस्य भी रहे। बाद में उन्हें पार्टी की केंद्रीय समिति में भेजा गया। अपने शुरुआती दिनों में, उन्होंने नारियल के रेशे के मजदूरों, ताड़ी निकालने वालों और खेतिहर मजदूरों के लिए व्यापक रूप से काम किया। उन्होंने त्रावणकोर में कृषक थोझिलाली संघ की स्थापना की। यही संघ बाद में केरल राज्य कृषक थोझिलाली संघ बन गया।
5 साल से ज़्यादा जेल में रहे
वी.एस. अच्युतानंदन ने कई आंदोलनों में भाग लिया। 1946 में हुए पुन्नप्रा-वायलार विद्रोह में वे प्रमुख नेता थे। आंदोलनों के कारण, वे पाँच साल से ज़्यादा जेल में रहे और लगभग साढ़े चार साल भूमिगत रहे।