Trump tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (12 जुलाई) को मेक्सिको और यूरोपीय संघ को नए टैरिफ पत्र जारी किए। इन पत्रों में आगामी 1 अगस्त, 2025 से मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 30% टैरिफ लगाने का ऐलान किया गया है।
मेक्सिको पर 30% टैरिफ की घोषणा
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मेक्सिको के राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र में लिखा, “यह मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है कि यह पत्र हमारे व्यापारिक संबंधों की मजबूती और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, और इस तथ्य को भी दर्शाता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका मेक्सिको के साथ काम करना जारी रखने को तैयार है।” हालाँकि, उन्होंने ‘फेंटेनल संकट’ को नियंत्रित करने में मेक्सिको की विफलता पर चिंता व्यक्त की। पत्र में कहा गया है, “मेक्सिको ने सीमा सुरक्षा में मेरी मदद की है, लेकिन मेक्सिको ने जो किया है वह पर्याप्त नहीं है। मेक्सिको अभी भी उन कार्टेलों को नहीं रोक पाया है, जो पूरे उत्तरी अमेरिका को मादक पदार्थों की तस्करी का केंद्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ज़ाहिर है, मैं ऐसा नहीं होने दे सकता!”
टैरिफ की शर्तें और चेतावनियाँ
लेटर के मुताबिक, 1 अगस्त, 2025 से, मेक्सिको से अमेरिका में आयातित सभी उत्पादों पर क्षेत्रीय शुल्क के अतिरिक्त 30% टैक्स लगेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी कि उच्च शुल्क से बचने के लिए यह शुल्क ट्रांसशिप किए गए सामानों पर भी लागू होगा। उन्होंने कहा, “अगर मेक्सिको या उसकी कंपनियाँ अमेरिका में उत्पादन या निर्माण करने का फैसला करती हैं, तो कोई शुल्क नहीं लगेगा। हम अनुमोदनों को शीघ्रता से, पेशेवर रूप से और नियमित रूप से, यानी कुछ हफ़्तों के भीतर पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे।”
प्रतिक्रिया और प्रभाव
ट्रंप ने मेक्सिको को चेतावनी दी कि अगर वह टैरिफ बढ़ाने का फैसला करता है, तो उसकी राशि अमेरिका के 30% टैरिफ में जोड़ दी जाएगी। इस कदम का दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, खासकर तब जब मेक्सिको कार्टेल और मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण नहीं दिखा पाता है।