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Delhi AQI: राजधानी में सांसों का आपातकाल! जहरीली हवा में घुट रही दिल्ली, उम्र पर मंडरा रहा खतरा

Delhi AQI: राजधानी में वायु प्रदूषण साइलेंट किलर बन चुका है, जो हर साल सैकड़ो लोगों की जान ले रहा है और असमय मौतों के लिए जिम्मेदार भी है.

By: Mohammad Nematullah | Published: December 14, 2025 8:07:04 AM IST



Air Pollution Delhi: आसमान में जहरीले धुएं की मोटी परत ने दिल्ली-एनसीआर में सांस लेने की इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा कर दी है. दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शनिवार को साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया, जो 446 हो गया है. गाजियाबाद समेत एनसीआर के शहरों में भी AQI 400 के पार चला गया है. सांस लेने में दिक्कत के कारण लोग मास्क पहने हुए दिखे, और कई लोगों को आंखों में जलन भी महसूस हुई. वायु प्रदूषण दिल्ली के निवासियों की औसत जीवन प्रत्याशा पर भी असर डाल रहा है.

प्रदूषण के कारण शनिवार को GRAP-3 प्रतिबंध लागू किए गए है. जिसके कुछ घंटों बाद GRAP-4 प्रतिबंध भी लागू कर दिए गए. इससे दिल्ली-एनसीआर में सभी तरह के निर्माण कार्य बंद हो जाएंगे. 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी क्लास के लिए स्कूल हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों) में चलेंगे. सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए वर्क-फ्रॉम-होम पॉलिसी लागू की जाएगी.

GRAP-4 लागू

कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की सब-कमेटी ने दोपहर में AQI के 400 पार करके गंभीर श्रेणी में आने के बाद ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-3) के तीसरे चरण के प्रतिबंध लागू किए है. जब ​​शाम 6 बजे तक AQI बढ़कर 446 हो गया, तो पूरे NCR में तुरंत GRAP-4 लागू कर दिया गया है. इसके तहत सभी तरह के सरकारी और निजी निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक लगा दी जाएगी. नेशनल कैपिटल रीजन में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी. दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में CNG और BS-6 डीजल वाहनों को छोड़कर, दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड हल्के कमर्शियल वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. डीजल जनरेटर के इस्तेमाल और कचरा जलाने पर भी रोक लगा दी जाएगी.

राहत की कोई उम्मीद नहीं…

दिल्ली में हवा की गति 10 किमी/घंटा से कम है. बढ़ती ठंड के कारण प्रदूषण के कण ज़्यादा समय तक वातावरण में बने हुए है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों तक प्रदूषित हवा से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है. 

गाजियाबाद का AQI 430 

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के शनिवार शाम 4 बजे तक के डेटा के अनुसार, NCR के प्रमुख शहरों में 24 घंटे का औसत AQI 400 से ऊपर रहा है. 

  • नोएडा का AQI 455 ग्रेटर नोएडा का 442 और गाजियाबाद का 430 था.
  • गुरुग्राम का AQI 322 और मेरठ का 355 था, दोनों ही बहुत खराब कैटेगरी में थे.
  • 400 से ऊपर का AQI गंभीर कैटेगरी को दिखाता है.
  • दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मुख्य प्रदूषक PM2.5 था.
  • गाजियाबाद में, हवा में PM10 और PM2.5 दोनों ही मुख्य प्रदूषक पाए गए.

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