एक साल की वेदा परेश ने स्पोर्ट्स की दुनिया में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. महाराष्ट्र के रत्नागिरी की रहने वाली वेदा का नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है. वह 100 मीटर तैरने वाली सबसे कम उम्र की तैराक बन गई हैं. उन्होंने यह कामयाबी 1 साल, 9 महीने और 10 दिन की उम्र में हासिल की। इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के मुताबिक, वेदा ने रत्नागिरी के नागम कॉर्पोरेशन स्विमिंग पूल में 100 मीटर की दौड़ 10 मिनट और 8 सेकंड में पूरी की.
इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स ने वेदा परेश की इस कामयाबी को ऑफिशियली मान्यता दी है, और इसे इतनी कम उम्र के किसी व्यक्ति के लिए एक बड़ी कामयाबी बताया है.
कौन हैं एक साल की वेदा परेश?
इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के मुताबिक, वेदा 100 मीटर तैरने वाली सबसे कम उम्र की लड़की बन गई हैं. उनका जन्म 22 जनवरी, 2024 को हुआ था। उन्होंने 25 मीटर लंबे चार चक्कर लगाकर 100 मीटर की तैराकी पूरी की. महाराष्ट्र के रत्नागिरी की रहने वाली वेदा का नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है. वेदा परेश ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर अपनी तैराकी के कई वीडियो भी शेयर किए हैं. यह लिखते समय, उनके 4,800 से ज़्यादा इंस्टाग्राम फॉलोअर्स हैं, और उनके तैराकी के वीडियो इस अकाउंट पर रेगुलर पोस्ट किए जाते हैं.
Just 1 year 9 months old Veda Paresh Sarfare from Ratnagiri, Maharashtra swam 100 metres in 10 min 8 sec and entered India Book of Records as India’s youngest swimmer Proud moment for every Indian! pic.twitter.com/fTHGDFOQIV
— Dr Aakriti (@draakriti01) December 10, 2025
वेदा की ट्रेनिंग नौ महीने की उम्र में शुरू हुई
वेदा सरफरे ने सिर्फ़ नौ महीने की उम्र में फॉर्मल स्विमिंग ट्रेनिंग शुरू कर दी थी. कहा जाता है कि वेदा को अपने भाई की स्विमिंग क्लास देखने के बाद स्विमिंग में दिलचस्पी हुई. उनकी ट्रेनिंग कोच महेश मिल्के और उनकी पत्नी गौरी मिल्के ने शुरू की, जिन्होंने अगले 11 महीनों में वेदा को स्विमिंग बैलेंस, सांस पर कंट्रोल और एंड्योरेंस की ट्रेनिंग दी, जिससे धीरे-धीरे उनकी काबिलियत बढ़ती गई.
इससे पहले, नवंबर 2025 में, 10 साल की आनवी शैलेश ने अटल सेतु से गेटवे ऑफ़ इंडिया तक खुले पानी में 17 किलोमीटर तैराकी की थी. वह इतना मुश्किल काम पूरा करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय तैराकों में से एक थीं. यह उपलब्धि इसलिए खास थी क्योंकि आनवी ने यह कामयाबी अपने 10वें जन्मदिन पर हासिल की थी.