Kalki Dham Temple News: श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुए दी. तस्वीर शेयर करते हुए प्रमोद कृष्णम ने बताया कि पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्होंने श्री कल्कि धाम के निर्माण की प्रगति रिपोर्ट दी है. साथ उन्होंने विश्व की प्रथम ‘कल्कि कथा’ के प्रसाद और श्री कल्कि धाम का अंग-वस्त्रम भी भेंट किए.
प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर लिखा- “भारतीय ‘संसद’ के PM कक्ष में आज भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को श्री कल्कि धाम के निर्माण की प्रगति रिपोर्ट और विश्व की प्रथम ‘कल्कि कथा’ के प्रसाद एवं श्री कल्कि धाम का अंग-वस्त्रम भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.” इसके पोस्ट के साथ उन्होंने पीएमओ को भी टैग किया है.
बता दें कि 19 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया था. पीएम मोदी ने श्री कल्कि धाम मंदिर के मॉडल का भी अनावरण किया था. श्री कल्कि धाम का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं.
पीएम मोदी ने उस दौरान बताया था कि इस मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे, जहां भगवान के सभी 10 अवतार विराजमान होंगे. तब उन्होंने भरोसा जताया था कि यह मंदिर बेहतर भविष्य के प्रति वर्तमान सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण का प्रमाण होगा.
कल्कि धाम मंदिर की खास बातें
- मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे.
- सभी गर्भगृह में भगवान विष्णु के 10 अवतारों की स्थापना होगी.
- मंदिर का निर्माण गुलाबी रंग के पत्थरों से किया जाएगा.
- मंदिर के शिखर की ऊंचाई 108 फीट और 11 फीट के ऊपर मंदिर का चबुतरा बनेगा.
- अयोध्या राम मंदिर की तरह इस मंदिर के निर्माण में भी लोहा या स्टील जैसे धातु का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.
कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम?
आचार्य प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को उत्तर प्रदेश के संभल के गांव एंचोड़ा कम्बोह में हुआ था. उन्होंने संभल में भव्य कल्कि मंदिर बनवाने का संकल्प लिया था. 15 साल से अधिक समय से कल्कि धाम से जुड़े हुए हैं. फिलहाल प्रमोद कृष्णम कल्कि धाम के पीठाधीश्वर हैं.
गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम राजनीति के मैदान में भी हाथ आजमा चुके हैं. वे काफी सालों तक कांग्रेस में रहे हैं. कांग्रेस के टिकट पर 2 बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. कांग्रेस ने 2014 में संभल और 2019 को लोकसभा चुनाव में लखनऊ से प्रत्याशी बनाया था, हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली थी. फिर राज्यसभा सांसद भी नहीं बनाए जाने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दिया था.