Lady Constable Meenakshi Sharma: अपराध की इस दुनिया में सिर्फ आम जनता ही असुरक्षित नहीं है बल्कि सुरक्षाकर्मियों की जान भी दाव पर है. वहीं उत्तर प्रदेश से भी एक ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के जालौन ज़िले में तैनात महिला कांस्टेबल मीनाक्षी शर्मा आजकल पूरे पुलिस डिपार्टमेंट में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. 5 दिसंबर की घटना के बाद से मीनाक्षी शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जब इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने कुथौंद पुलिस स्टेशन इलाके में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी. जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर की आत्महत्या के पीछे मीनाक्षी की लगातार ब्लैकमेलिंग, धमकियां और डराना-धमकाना मुख्य कारण थे.
कौन हैं मीनाक्षी शर्मा ?
खास बात तो ये है कि मीनाक्षी शर्मा को अपनी ड्यूटी की वर्दी पहनना काफी पसंद था. ये महिला ज़्यादातर महंगे ब्रांडेड कपड़े पहनकर पुलिस स्टेशन आती-जाती थी. कभी-कभी तो वो ड्यूटी पर भी आम कपड़ों में ही दिखती थी. इतना ही नहीं बल्कि उसके पास कई महंगे स्मार्टफोन थे, जिनमें एक iPhone भी शामिल था. पुलिस स्टेशन के अधिकारियों और स्टाफ का कहना है कि मीनाक्षी का बर्ताव किसी नेता से कम नहीं था.
“तुम मुझे जानते नहीं, 2 मिनट में निपटा दूंगी”
जानकारी के मुताबिक, सूत्र का कहना है कि अगर कोई भी दारोगा या इंस्पेक्टर उन्हें टोकता था तो मीनाक्षी बिना डरे जवाब देती थीं, और कहती थीं कि “मुझे जानते नहीं हैं, दो मिनट में देख लूंगी… दो मिनट में निपटा दूंगी.” इतना ही नहीं बल्कि जेल जाते समय एक महिला कांस्टेबल ने जब उन्हें सीधे चलने को कहा तो मीनाक्षी ने अकड़ में जवाब दिया, “मुंह तोड़ दूंगी.”
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शिकायत दर्ज कराने के बाद भी नहीं लिया जा रहा था एक्शन
कोंच कोतवाली और कुथौंद पुलिस स्टेशनों में पोस्टिंग के दौरान, इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने मीनाक्षी के मनमाने व्यवहार और अनुशासनहीनता के बारे में अपने सीनियर अधिकारियों से बार-बार लिखित शिकायतें की थीं. उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि मीनाक्षी ड्यूटी पर नहीं आती थी, यूनिफॉर्म नहीं पहनती थी, और पुलिस स्टेशन में घमंडी और दबंग जैसा व्यवहार करती थी. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं फिर, 5 दिसंबर को इंस्पेक्टर राय ने पुलिस स्टेशन में ही ये कदम उठाया और खुद को गोली मार ली.
SIT जांच में बड़े खुलासे
वहीँ जब इस मामले ने तूल पकड़ा तब जाकर प्रशासन एक्टिव हुआ और जांच में जुट गया. जिसके बाद मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है, और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जांच शुरू कर दी है. महिला के सभी मोबाइल फोन ज़ब्त कर लिए गए हैं. फोन की जांच के बाद कई चौंकाने वाले चैट मैसेज और कॉल डिटेल्स सामने आ रहे हैं. सूत्रों का दावा है कि मीनाक्षी का जालौन से लेकर पीलीभीत तक एक बड़ा नेटवर्क था और उसके कई प्रभावशाली लोगों से संबंध थे.
मीनाक्षी शर्मा मेरठ की रहने वाली हैं
मीनाक्षी शर्मा मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के अहमदपुर उर्फ दांदूपुर गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता का नाम विपिन कुमार शर्मा है. उन्हें 2019 में कांस्टेबल के पद पर भर्ती किया गया था. उनकी पहली पोस्टिंग पीलीभीत में हुई थी. उन्होंने वहां एक साथी कांस्टेबल के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इसके चलते मीनाक्षी का 3 अक्टूबर 2022 को पीलीभीत से जालौन ट्रांसफर कर दिया गया
इनकम की भी होगी जांच
पुलिस ने मीनाक्षी शर्मा को हिरासत में ले लिया है और जेल भेज दिया है. पांच घंटे की पूछताछ के दौरान उसने कहा कि उसके पहुंचने से पहले ही इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मार ली थी. SP दुर्गेश कुमार का कहना है कि हर एंगल से जांच चल रही है. महिला कांस्टेबल की इनकम की भी जांच हो सकती है.