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MKNN Scheme: क्या है ‘मुख्यमंत्री कन्या केलवणी निधि योजना’, किन लड़कियों को मिलता है लाभ, यहां जानें और उठाएं फायदा

Mukhyamantri Kanya Kelavani Nidhi Scheme: गुजरात सरकार की ओर से 'मुख्यमंत्री कन्या कैलवणी निधि योजना' के तहत 6 लाख रुपये से कम सालाना आय वाले परिवारों की बेटियों को 'नीट' एक्जाम पास करने के बाद मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 4 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती है.

By: Hasnain Alam | Published: December 2, 2025 2:28:45 PM IST



Mukhyamantri Kanya Kelavani Nidhi Yojana: गुजरात सरकार लड़कियों के लिए ‘मुख्यमंत्री कन्या केलवणी निधि योजना’ चला रही है. इसी योजना से लड़कियां अपने सपनों को नई उड़ान दे रही हैं. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में उच्च शिक्षा के लिए चल रही इस योजना से छात्राओं को मेडिकल कॉलेज की भरी-भरकम फीस भरने के लिए वित्तीय मदद मिलती है.

‘मुख्यमंत्री कन्या कैलवणी निधि योजना’ के तहत 6 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों की बेटियों को ‘नीट’ एक्जाम पास करने के बाद मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 4 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाती है. 2017-18 में शुरू की गई इस योजना की वजह से गुजरात के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाली बालिकाओं की संख्या में खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

अब तक 26,972 छात्राओं मिली मदद

इस योजना के तहत साल 2024-25 में गुजरात सरकार की ओर से 5,155 छात्राओं को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 162.69 करोड़ रुपये की फाइनेंशियल मदद दी गई थी, जबकि इस योजना के तहत अब तक राज्य में 26,972 छात्राओं को डॉक्टर बनने के लिए 798.11 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा चुकी है.

इस तरह से गुजरात सरकार की मुख्यमंत्री कन्या केलवणी निधि योजना ने मेडिकल की पढ़ाई करने वाली बेटियों के लिए नई उम्मीद जगा दी है. 6 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों की छात्राओं को NEET पास करने के बाद MBBS एडमिशन के लिए 4 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिल रही है.

गुजरात सरकार ने 2017-18 में की थी MKKN योजना की शुरुआत

ऐसे में अगर आपके घर या आसपास कोई बेटी MBBS की तैयारी कर रही है, तो इस योजना की जानकारी उनके साथ जरूर शेयर करें. गुजरात सरकार ने 2017-18 में MKKN योजना शुरू की थी. इस पहल के तहत, राज्य उन लड़कियों के लिए एडमिशन फीस का 50% स्पॉन्सर करता है, जिनकी सालाना इनकम ₹6 लाख तक है, और जो अपने NEET स्कोर के आधार पर MBBS में एडमिशन पाती हैं.

खास बात यह है कि यह मदद स्टूडेंट्स के कम्युनिटी बैकग्राउंड पर ध्यान दिए बिना दी जाती है. इस स्कीम की वजह से राज्य भर में प्रतिभा जैसी कई बड़ी महिलाएं डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर रही हैं.

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