Special Intensive Revision In Delhi: बिहार के बाद भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) फिलहाल देश के 12 राज्यों में विशेष गहन संशोधन (Special Intensive Revision) करवा रहा है. SIR उन राज्यों में करवाया जा रहा है, जहां पर अगले कुछ सालों के दौरान विधानसभा चुनाव संभावित हैं. इसके लिए voters.eci.gov.in पर फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध है. इस बीच देश की राजधानी दिल्ली में भी SIR करवाने की चर्चा जोरों पर है. कहा जा रहा है कि दिल्ली में भी जल्द ही SIR करवाने की घोषणा हो सकती है. दिल्ली की चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर एलिस वाज़ (Delhi Chief Electoral Officer R Alice Vaz) ने सितंबर, 2025 में अनाउंस किया था कि राजधानी में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन की तैयारी शुरू हो गई है. इस बारे में ऑफिशियल अनाउंसमेंट का इंतज़ार है. उनका यह भी कहना है कि दिल्ली में SIR करवाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग पूरी तरह से तैयार है. यहां तक कि राजनीतिक दल अपने बूथ-लेवल एजेंट्स (BLAs) को अपॉइंट करने और ट्रेनिंग देने के प्रोसेस में हैं. अगले कुछ सप्ताह में राजनीतिक दल बूथ-लेवल एजेंट्स का अनाउंसमेंट्स कर सकते हैं.
दिल्ली में SIR के लिए क्या-क्या होगा जरूरी? Documents required for SIR in Delhi
यहां पर बता दें कि चुनाव आयोग (EC) ने 24 जून, 2025 को ही एक आदेश जारी करते समय पूरे देश के लिए SIR कराने के अपने प्लान का अनाउंसमेंट किया था. इस बीच ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को जानकारी मिली है कि बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) को बूथ अवेयरनेस ग्रुप बनाने का ऑर्डर दिया गया है. इसकी अगले कड़ी में चुनाव अधिकारियों ने लोगों को वोटर लिस्ट में अपना नाम बनाए रखने के प्रोसेस के बारे में जानकारी देने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन्स (RWAs) से मिलना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही उन्हें यह जानकारी भी दी जा रही है कि लोगों को इसके लिए क्या करना होगा?
करना होगा voters.eci.gov.in पर विजिट
यहां पर बता दें कि SIR में शामिल होने के लिए आपको voters.eci.gov.in पर विजिट करना होगा. यहां पर SIR की प्रक्रिया के दौरान EPIC नंबर के साथ-साथ अपनी फोटो अपलोड करनी होगी. इसके बाद वोटर अपनी ई-साइन सहित अन्य जरूरी डिटेल्स भरकर फॉर्म सबमिट करना होगा. इसके लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स में आपको आधार, आयु और पता प्रमाण देना होगा. इसमें फोटो और वोटर आईडी की भी जानकारी देनी होगी.
कहां-कहां हो रहा है SIR?
चुनाव आयोग (EC) ने 24 जून, 2025 को आदेश जारी करते समय पूरे देश के लिए SIR करने की अपनी योजना का एलान किया था. इसकी शुरुआत बिहार से हुई क्योंकि यहां पर विधानसभा चुनाव होना था. इसके बाद EC ने 9 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों के लिए कार्यक्रम की घोषणा की, लेकिन दिल्ली के लिए नहीं. यूपी और पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों में फिलहाल SIR की प्रक्रिया जारी है.
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इन 12 राज्यों में हो रहा SIR
- अंडमान निकोबार
- छत्तीसगढ़
- गोवा
- गुजरात
- केरल
- लक्षद्वीप
- मध्य प्रदेश
- पुडुचेरी
- राजस्थान
- तमिलनाडु
- उत्तर प्रदेश
- पश्चिम बंगाल
दिल्ली में बीएलओ नियुक्त!
दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, सभी विधानसभा क्षेत्रों में BLOs नियुक्त कर दिए गए हैं. इसके साथ-साथ सभी अधिकारियों (डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर्स, इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर्स, असिस्टेंट इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर्स और BLOs) को ज़रूरी ट्रेनिंग दी जा चुकी है. अभी के चुनाव क्षेत्र की सीमाओं की मैपिंग भी की गई है. आयोग के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली की सीमाओं की मैपिंग 2002 में की गई थी. इस दौरान यानी 2002 में राजधानी दिल्ली में आखिरी बार SIR किया गया था. खैर अब BLOs ने आउटरीच भी शुरू कर दिया है.
दिल्ली में जल्द हो सकता है SIR
मिली जानकारी के मुताबिक, एक बूथ अवेयरनेस ग्रुप पर एक BLO ने मैसेज भी भेजा गया है. इस मैसेज में कहा गया है कि प्रिय सह-निवासियों चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार, BLO को WhatsApp ग्रुप बनाने का निर्देश दिया गया है. मैसेज में यह भी साफ-साफ लिखा गया है कि ग्रुप का मकसद निवासियों, वोटर्स को इलेक्शन कमीशन की अलग-अलग पहलों खासकर SIR जैसी खास पहलों के बारे में अपडेट करना है. इसकी भी घोषणा जल्द ही दिल्ली में होने वाली है. इसका मतलब दिल्ली में SIR जल्दी ही शुरू होने वाला है. वाट्सऐप ग्रुप पर मैसेज को लेकर दिल्ली के CEO का कहना है कि ऐसे मैसेज रूटीन आउटरीच उपायों का हिस्सा हैं.
किन लोगों से कौन से पूछे जाएंगे सवाल?
- जो 40 साल से ज़्यादा उम्र के हैं और 2002 से पहले दिल्ली में रह रहे हैं.
दिल्ली CEO की वेबसाइट पर मौजूद 2002 की वोटर लिस्ट में उनके नाम चेक करने होंगे. - 2002 की वोटर लिस्ट में उनकी डिटेल्स नोट करने के लिए कहा गया है.
अगर वे दूसरे राज्य से हैं और 2002 के बाद दिल्ली में बसे हैं. इसकी भी जानकारी देनी होगी.
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इस बात का रखें विशेष ध्यान
अगर आप दूसरे राज्य से दिल्ली में आए हैं और 2002 के बाद दिल्ली में बसे हैं तो आपका नाम दिल्ली की 2002 की वोटर लिस्ट में नहीं दिखेगा, बल्कि उस वोटर लिस्ट में दिखेगा जब आपके राज्य में आखिरी बार SIR हुआ था. BLO के मैसेज में लिखा है- ‘उस खास राज्य की CEO वेबसाइट पर जाएं और 2002/2003/2005 (उस खास राज्य में हुए पिछले SIR का साल, जैसा भी हो) की वोटर लिस्ट में अपनी डिटेल्स नोट कर लें.
क्या करना होगा नागरिकों को
दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग ने लोगों से अनुरोध किया है. इसमें साफ-साफ कहा है कि लोग SIR प्रक्रिया में सहयोग करें. यह जानकारी अपने पास रखें और जब आपके इलाके का BLO SIR के दौरान गिनती के फॉर्म बांटने और लेने आएं या तुरंत BLO के ज़रिए ERO भेजने आएं, तो उसे अपने साथ शेयर करें. SIR एक्सरसाइज इस साल की शुरुआत में वोटरों के नाम बड़े पैमाने पर हटाने को लेकर विवादों में आ गई थी और बिहार में इस पर राजनीतिक बवाल मच गया था.
हो चुकी हैं कई ट्रेनिंग
दिल्ली की त्रिनगर विधानसभा में BLO के तौर पर अपॉइंट किए गए एक टीचर ने शर्त पर कहा नाम न बताने की शर्त पर हमने फील्डवर्क शुरू नहीं किया है, लेकिन पिछले दो महीनों से काम चल रहा है. उन्होंने यह जानकारी भी दी है कि हम इलाके में रजिस्टर्ड परिवारों में नए वोटर्स का पता लगा रहे हैं और उन लोगों की वोटर हिस्ट्री भी देख रहे हैं जो 2002-03 में कहीं और रह रहे थे. पिछले दो महीनों में तीन ट्रेनिंग सेशन भी हो चुके हैं. इसमें SIR को लेकर अहम जानकारी दे गई है.
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