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Premanand Maharaj: क्या भगवान हमारी बातों को सुनते हैं? जानें- प्रेमानंद महाराज ने क्या दिया इसका जवाब

Premanand Maharaj: हर किसी के मन में ये सवाल रहता है कि क्या भगवान हमारी बात सुनते हैं या नहीं? इस सवाल का जवाब देते हुए वृंदावन के सुप्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए इस सवाल का जवाब दिया

By: Shivi Bajpai | Last Updated: December 1, 2025 12:12:00 PM IST



Premanand Maharaj: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का खास महत्व बताया गया है. वहीं इस दौरान कई लोग भगवान को अपने मन की सारी बाते बताते हैं. उन्हें लगता है कि भगवान उनकी हर बात सुन रहे हैं. तमाम लोग भगवान से बात करते हैं उन्हें अपने जीवन के सारे खुशी और दुख के पलों के बारे में बताते हैं मानों की दोस्त से बात कर रहे हो. कई लोगों के सवाल होते हैं कि क्या भगवान तक हमारी बातें पहुंचती हैं? क्या भगवान हमारी बातों को सुनते हैं तो ऐसे सवाल हर किसी के मन में एक न एक बार जरूर आते हैं.

आसानी से होता है काम

प्रेमानंद महाराज ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आपको बताए आज तक की बात तो सेकेंड़ों में बात सुनी गई है. भगवान के सिवा कोई अपना नहीं है. अगर आप सच्चे मन से भगवान से कुछ मांगते हैं या उन्हें अपना दुख बताते हैं तो भगवान आपकी बात जरूर सुनते हैं.

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प्रेमानंद महाराज ने बताई अपनी कहानी

एक श्रद्धालु के कहने पर प्रेमानंद महाराज ने अपनी कहानी भी बताई. उन्होंने कहा हम जा रहे थे गंगा के किनारे… दलदल ही था और ऊपर पपड़ी हुई थी. भगवान का स्मरण कर रहे थे. मस्ती में मग्न थे. बड़ा सुंदर सा जीवन था गंगा के किनारे. अचानक हमको एक अजीब सी आवाज सुनाई दी. हमने आसपास देखा कोई था ही नहीं. हमें लगा कि कानों में आवाज कैसे आई? जैसे ही वहां छड़ी मारी तो पूरी अंदर चली गई उसके ऊपर पपड़ी थी और नीचे दलदल. अब बताओं वहां फंस जाते तो क्या होता?

भगवान हमारी हर बात सुनते हैं 

प्रेमानंद महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि भले ही हमें महसूस न हो पर भगवान हमारी सभी बातों को बहुत ही ध्यान से सुनते हैं. वो अपने भक्तों को कभी भी कष्ट में नहीं देख सकते हैं. हमेशा दुखों से मुक्ति दिलाते हैं.

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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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