Premanand Maharaj Pravachan: व्यक्ति को हमेशा अपने पूर्व जन्म के बारे में जानने की इच्छा होती है. व्यक्ति जानना चाहता है कि पूर्व जन्म की चीजें कितनी सही हैं और कितनी नहीं. पूर्व जन्म की बातों का दावा करने वाले भी कई लोग मिल जाते हैं. अक्सर आपने सुना होगा कि पूर्व जन्म का फल व्यक्ति को इस जन्म में प्राप्त होता है. तो आइए जानते हैं ये बात कितनी सच है?
वहीं बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो इस बात को नहीं मानते हैं. वृदांवन के प्रसिद्ध संत और अध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज ने इस बारे में बताया. प्रवचन के दौरान एक महिला ने प्रेमानंद महाराज से सवाल किया कि पिछले जन्म के कर्मों का फल हमें इस जन्म में क्यों प्राप्त होता है?
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बहुत पुराना दंड भी भोगना पड़ता है- प्रेमानंद महाराज ने कहा
इस सवाल का जवाब देते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा कि किसी को मार डालोगे तो क्या फांसी की सजा तुरंत हो जाएगी. इसी तरह भगवान का न्यायालय बहुत बड़ा है. जहां वो समस्त ब्रह्मांड का न्याय करते हैं. 100-100 जन्म का पूराना पाप क्यों न हो वो भी व्यक्ति को भोगना अवश्य ही पड़ता है. ऐसे में बहुत पुराना दंड भी व्यक्ति को भोगना पड़ता है.
भगवान के दरबार में किसी की नहीं चलती है. अगर आपने पिछले जन्म में किसी का बुरा किया हो, तो उससे आपके जीवन में कष्ट आते हैं. प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि कर्म करते समय हमेशा होश में रहो. पाप कर्म करने बाद वो भले ही अंतर्ध्यान हो गया हो, लेकिन समय आने पर उसका दंड अवश्य भोगना पड़ता है. पाप कर्म नहीं अच्छे कर्म करने चाहिए.