Home > धर्म > Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी पर न करें ये भूल, ध्यान रखें तुलसी माता से जुड़ी ये बातें

Mokshada Ekadashi 2025: मोक्षदा एकादशी पर न करें ये भूल, ध्यान रखें तुलसी माता से जुड़ी ये बातें

Mokshada Ekadashi 2025 Kab Hai: मोक्षदा एकादशी का व्रत करने से आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन पूजा-पाठ के साथ तुलसी माता की पूजा करने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन तुलसी माता की पूजा करते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. ऐसा करने से आपको भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

By: Shivi Bajpai | Last Updated: November 27, 2025 2:29:24 PM IST



Mokshada Ekadashi 2025: एकादशी का व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. हर महीने में दो एकादशी पड़ती हैं. पहली कृष्ण और दूसरी शुक्ल पक्ष में. यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन विधि-विधान के साथ पूजा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है. मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में मोक्षदा एकादशी पड़ती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व होता है. ये एकादशी तिथि इस साल 1 दिसंबर को मनाई जाएगी.

मोक्षदा एकादशी का व्रत मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है. इस व्रत को करने से मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है. तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय है. इस दिन पूजा पाठ के साथ-साथ तुलसी से संबंधित कुछ बातों का भी ध्यान अवश्य रखना चाहिए. ऐसा करने श्री हरि का आशीर्वाद बना रहता है और व्रत का पूरा फल प्राप्त होता है.

Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज से जानें मृत्यु के बाद आत्मा अपने घर क्यों आती है?

मोक्षदा एकादशी पर तुलसी से जुड़ी इन बातों का रखें ध्यान

  • धार्मिक मान्यता है कि एकादशी के दिन माता तुलसी, भगवान विष्णु का निर्जला व्रत करने से आपके जीवन में खुशहाली आती है. 
  • ऐसे में भूलकर भी इस दिन माता को जल न चढ़ाएं. साथ ही तुलसी पात्र भी न उतारें. ऐसा करने से तुलसी माता का व्रत खंडित हो जाता है.
  • एकादशी या किसी भी अन्य दिन तुलसी के आस-पास साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए.
  • तुलसी के पास जूते-चप्पल, झाड़ू और कूड़ेदान जैसी चीजें न रखें. वरना माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं. इससे धन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
  • एकादशी पूजा के दौरान विष्णु जी के भोग में तुलसी दल जरूर चढ़ाएं. एकादशी के दिन इन बातों का ध्यान रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है.

Ganga Jal Ke Niyam: क्यों पवित्र माना जाता है गंगाजल, घर पर इसे रखने के इन नियमों को जानें यहां

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

Advertisement