Delhi Blast Video: दिल्ली ब्लास्ट के बाद से पूरे देश में हड़कंप मच गया था. वैसे तो दिल्ली में ब्लास्ट करने वाले शख्स यानी आतंकी मुहम्मद उम्र की काफी वीडियो वायरल हुई हैं. लेकिन अब जो वीडियो वायरल हो रही है उस वीडियो में आतंकी ने बता दिया कि आखिर उसने ब्लास्ट क्यों किया और उसका मकसद किया था. जी हां दिल्ली कार बम धमाकों की जाँच में एक और अहम सबूत सामने आया है. जम्मू-कश्मीर निवासी और आतंकी डॉ. उमर का एक नया वीडियो सामने आया है. यह वीडियो मामले को और पेचीदा बना देता है, क्योंकि इसमें उमर सीधे तौर पर आत्मघाती बम धमाकों की वकालत करते दिखाई दे रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो उमर ने खुद धमाके से पहले रिकॉर्ड किया था. जांच दल का मानना है कि यह वीडियो उमर की सोच, योजना और कट्टरपंथी विचारधारा को दिखाता है.
मौत ही मेरी मंजिल- आतंकी उमर
दरअसल आतंकी डॉक्टर उम्र का जो वीडियो सामने आया है उसमे उमर कहता दिख रहा है कि सबसे बड़ी गलती यह है कि लोग यह समझ ही नहीं पाते कि लिब्रोसिस बमबारी (या आत्मघाती बमबारी जैसी सोच) वास्तव में क्या होती है. यह किसी भी तरह से लोकतांत्रिक नहीं है, न ही किसी सभ्य समाज में स्वीकार की जा सकती है. इसके खिलाफ कई विरोधाभास और ढेरों तर्क मौजूद हैं. इतना ही नहीं इस वीडियो में उमर आगे कहता दिख रहा है कि आत्मघाती हमलों का सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि जब कोई व्यक्ति यह मान लेता है कि वो किसी तय समय और स्थान पर निश्चित रूप से मरने जा रहा है तो वो एक खतरनाक मानसिकता में प्रवेश कर जाता है.उमर कहता है कि वो खुद को एक ऐसी स्थिति में रखता है जहां वो मान लेता है कि मौत ही उसकी एकमात्र मंज़िल है.
इतना ही नहीं बल्कि उसने आगे कहा कि लेकिन वास्तविकता यह है कि किसी भी लोकतांत्रिक और मानवीय व्यवस्था में ऐसी सोच या ऐसी स्थिति को स्वीकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह जीवन, समाज और कानून तीनों के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है.
🚨 Terrorist Umar recorded a spine-chilling video before the Delhi blast, which has now come to light. pic.twitter.com/jX38wXcHw1
— OsintTV 📺 (@OsintTV) November 18, 2025
माँ ने किया बड़ा खुलासा
जाँच के दौरान, उमर की माँ ने खुलासा किया कि उन्हें लंबे समय से शक था कि उनका बेटा कट्टरपंथी हो गया है. वह अक्सर कई दिनों तक परिवार से संपर्क किए बिना रहता था. विस्फोट से कुछ समय पहले, उसने अपने परिवार को साफ़ तौर पर कहा था कि वे उसे फ़ोन न करें. इसके बावजूद, परिवार ने उमर के बदलते व्यवहार की सूचना पुलिस को कभी नहीं दी.