बिहार की राजनीति एक बार फिर बड़े मोड़ पर खड़ी है। चुनावी नतीजों में मिली प्रचंड जीत के बाद सत्ता गलियारों में नई हलचल है और पटना की फिज़ा में बदलाव की आहट साफ सुनाई दे रही है. इसी बीच एनडीए के शीर्ष नेताओं की मुलाकातों, बंद कमरों में होने वाली बैठकों और तेज़ी से बदलते समीकरणों ने पूरे माहौल को और गरमा दिया है. अब सबकी निगाहें एक बड़े फैसले और उससे भी बड़े आयोजन पर टिकी हैं जो आने वाले दिनों में बिहार की तस्वीर बदल सकता है.
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं होगा
बिहार चुनाव में प्रचंड जीत के बाद, एनडीए नई सरकार के लिए भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करेगा. इस बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं, बल्कि पटना के गांधी मैदान में होगा. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार सोमवार को मौजूदा मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक बुलाएंगे और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद, सोमवार को एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता का चुनाव होगा. नीतीश कुमार ही नेता होंगे.
मांझी ने धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने रविवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की. इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने नई सरकार के गठन की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया.