UP News: दिल्ली में लाल किला के पास हुए बम विस्फोट के बाद जांच एजेंसियां और दिल्ली पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. इस कड़ी में जानकारी सामने आ रही है कि नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया था. एसएसबी और पुलिस की संयुक्त जांच अभियान के दौरान नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ करने के आरोप में दो पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक महिला डॉक्टर भी है.सूचना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार व्यक्तियों से गहन पूछताछ की. पुलिस ने उन्हें शनिवार शाम अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है.
क्या था पूरा मामला?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले सोमवार को दिल्ली में लाल किले के पास हुए एक बम विस्फोट में कई लोगों की जान चली गई और 30 से ज्यादा घायल हो गए. इस घटना के बाद नेपाल की सीमा से लगे बहराइच के तराई क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया था. तब से लेकर अब तक पुलिस, एसएसबी और सुरक्षा एजेंसियां सीमा पार करने वाले प्रत्येक व्यक्ति और वाहन पर कड़ी नज़र रख रही हैं. शुक्रवार को सीमा पर गहन जांच अभियान चलाया गया. इस अभियान के दौरान नेपाल की ओर से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे दो विदेशी नागरिकों को पकड़ा गया.
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में एक ब्रिटिश महिला सुमित्रा शकील और एक पाकिस्तानी नागरिक हसन अम्मान शामिल हैं. उनकी उपस्थिति और यात्रा इतिहास ने शुरू से ही पुलिस को संदेह में डाल दिया था.
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सूचना मिलने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचे अधिकारी
नेपाल सीमा से विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कई सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने गिरफ्तार आरोपियों से कई घंटों तक पूछताछ की. दोनों पेशे से डॉक्टर बताए जा रहे हैं. इसको लेकर थानाध्यक्ष रमेश रावत का बयान भी सामने आया है. जिसमें जानकारी देते हुए बताया गया है कि आरोपियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गए. गिरफ्तारी दल में एसएसबी पार्टी कमांडर जगत दास, रानी कुमारी, टी यमुना और ज्योति सिंह शामिल थीं.
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