Home > देश > दुकानों की छत पर कहीं मिला कटा हाथ तो कहीं मिला फेफड़ा, ब्लास्ट के तीसरे दिन भी मिल रहे बॉडी पार्ट्स, वीडियो देख फट जाएगा कलेजा

दुकानों की छत पर कहीं मिला कटा हाथ तो कहीं मिला फेफड़ा, ब्लास्ट के तीसरे दिन भी मिल रहे बॉडी पार्ट्स, वीडियो देख फट जाएगा कलेजा

Delhi Blast: दिल्ली विस्फोट में कुल 12 लोगों की मौत हुई थी. इन लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि विस्फोट के कारण उनकी हड्डियां टूट गई थीं और सिर में गंभीर चोटें आई थीं.

By: Divyanshi Singh | Last Updated: November 13, 2025 10:57:43 AM IST



Delhi Blast: 10 नवंबर की शाम को दिल्ली के लाल किले के पास हुआ विस्फोट इतना विनाशकारी था कि विस्फोट के तीन दिन बाद भी क्षत-विक्षत शव मिल रहे हैं. लाल किले के विस्फोट स्थल से 500 मीटर दूर एक बाज़ार के गेट की छत पर एक कटा हुआ हाथ पड़ा मिला. आज विस्फोट का तीसरा दिन है और मानव शरीर के अंग अभी भी दिखाई दे रहे हैं.

पुलिस ने की इलाके की घेराबंदी

शरीर के अंग मिलने के बाद पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है. लाल बत्ती पर एक i20 कार में हुए इस विस्फोट ने आसपास के इलाके में वाहनों सहित तबाही का मंजर छोड़ दिया. 12 नवंबर को हुए विस्फोट में मारे गए लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जारी कर दी गई है जिससे मृतकों के शरीर पर विस्फोट के आंतरिक प्रभाव और उसकी गंभीरता का स्पष्ट रूप से पता चलता है.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा 

दिल्ली विस्फोट में कुल 12 लोगों की मौत हुई थी. इन लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि विस्फोट के कारण उनकी हड्डियां टूट गई थीं और सिर में गंभीर चोटें आई थीं. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि कुछ शवों की आंतें फटी हुई और कान के पर्दे फटे हुए पाए गए. पेट के अंदर विस्फोट की तरंगों से हुए नुकसान के निशान पाए गए.

कान के पर्दे फटी

मृतकों के कान के पर्दे, फेफड़े और आंतें फटी हुई पाई गईं, जिससे पता चलता है कि कम समय में ही शरीर किस हद तक प्रभावित और क्षत-विक्षत हो गए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि मरने वालों का बहुत ज़्यादा खून बह गया था. विस्फोट के कारण उनके शरीर दीवारों से टकरा गए, जिससे उनके शरीर पर चोट के निशान पड़ गए.

उमर का DNA हुआ मैच

दिल्ली विस्फोट के बाद सीसीटीवी फुटेज में देखे गए व्यक्ति उमर का डीएनए नमूना उसकी मां के डीएनए से मेल खाता था. दोनों डीएनए नमूने मेल खाते थे. i20 कार का चालक डॉ. उमर था.

कार में सवार युवक के बारे में अब यह पुष्टि हो गई है कि I20 कार चलाने वाला कोई और नहीं बल्कि डॉ. उमर था. डीएनए द्वारा इसकी पुष्टि की गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, डॉ. उमर की मां के डीएनए नमूने आई20 कार में मिली हड्डियों और दांतों के डीएनए नमूनों से मेल खा गए हैं, जिससे अब यह स्पष्ट हो गया है कि कार विस्फोट के समय उमर कार में ही मौजूद थे और उनकी मौत भी उसी विस्फोट में हुई थी.

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