Home > लाइफस्टाइल > कप में पेशाब भरकर धोती है आंखें, महिला का Video देखकर डॉक्टर्स के उड़े होश, जानें फायदों को लेकर क्या बोले?

कप में पेशाब भरकर धोती है आंखें, महिला का Video देखकर डॉक्टर्स के उड़े होश, जानें फायदों को लेकर क्या बोले?

Urine Eye Wash: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अपने ही यूरिन से आंखें साफ करती नजर आ रही है।

By: Yogita Tyagi | Published: July 5, 2025 3:44:24 PM IST



Urine Eye Wash: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अपने ही यूरिन से आंखें साफ करती नजर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि यह तरीका आंखों की खुजली, सूखापन और लालपन को खत्म कर देता है। हालांकि मेडिकल एक्सपर्ट्स ने इस ट्रेंड को न सिर्फ खतरनाक बताया है, बल्कि लोगों से ऐसा न करने की सख्त चेतावनी भी दी है।

वीडियो में नुपुर ने ताजा यूरिन आंखों में डाला 

वायरल वीडियो पुणे की ‘मेडिसिन-फ्री लाइफ कोच’ नुपुर पिट्टी का है, जिन्होंने इंस्टाग्राम पर ‘यूरिन आई वॉश नेचर्स ओन मेडिसिन’ टाइटल से एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में नुपुर सुबह का ताजा यूरिन आंखों में डालती दिख रही हैं। उनका दावा है कि यह एक वैकल्पिक इलाज है, जिससे आंखों की समस्याएं दूर होती हैं। उन्होंने यह प्रक्रिया कैमरे के सामने लाइव कर भी दिखाई। वीडियो अपलोड होने के 24 घंटे के भीतर 1.5 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और यह तेजी से शेयर किया जा रहा है। हालांकि सोशल मीडिया पर ही इस वीडियो को लेकर तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई।

वीडियो पर भड़के डॉक्टर्स 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस वीडियो को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। मशहूर हेपेटोलॉजिस्ट और सोशल मीडिया पर ‘द लिवर डॉक्टर’ के नाम से प्रसिद्ध डॉ. साइरिएक एबी फिलिप्स ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इस वीडियो को रीपोस्ट करते हुए लिखा, “कृपया अपना यूरिन अपनी आंखों में न डालें। यह संक्रमणमुक्त नहीं होता। इंस्टाग्राम पर कूल बनने की कोशिश कर रहीं कुछ लोग डरावने ट्रेंड फैला रहे हैं।”

इंस्टाग्राम यूजर्स ने महिला को किया ट्रोल 

इंस्टाग्राम यूजर्स ने भी महिला की आलोचना करते हुए इसे शरीर के अपशिष्ट पदार्थ का गलत इस्तेमाल बताया। कई यूजर्स ने कमेंट किया कि पेशाब में बैक्टीरिया हो सकते हैं और आंखों में इसे डालना संक्रमण और गंभीर नुकसान का कारण बन सकता है। डॉक्टरों की राय में आंखें शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा होती हैं और बिना वैज्ञानिक प्रमाण के इस तरह के प्रयोग करना सेहत से सीधा खिलवाड़ है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से इस तरह के वायरल ट्रेंड्स से बचने की अपील की है।

Advertisement