July 5 Japan Manga Warning: उगते सूरज का देश जापान पिछले कुछ दिनों से लगातार भूकंप की चपेट में हैं। सुनकर हैरानी होगी लेकिन सच है कि जापान में पिछले दो हफ्तों में 1000 से ज़्यादा भूकंप आ चुके हैं, जिसने लोगों के दिल में डर भर दिया है। अजीब बात यह है कि इस बीच एक मंगा कॉमिक बुक ने और ज्यादा दहशत फैला रखी, दरअसल इस कॉमिक बुक में 5 जुलाई यानी आज को कयामत का दिन बताया गया है। कॉमिक बुक की इस भविष्यवाणी को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल गई हैं।
बहुत से लोगों का मानना है कि जापान में कोई बड़ी आपदा आने वाली है। देश के अंदर ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोग जापान आने की अपनी योजनाओं को लेकर भी डरे हुए हैं। 5 जुलाई को लेकर लोगों में डर की वजह से पर्यटन में गिरावट देखी जा रही है।
कॉमिक बुक की भविष्यवाणी बानी टेंशन
जापान में रहने वाले लोग भी सोच रहे हैं कि आगे क्या होगा। हालांकि, अभी तक किसी भी आधिकारिक एजेंसी ने कॉमिक बुक की भविष्यवाणी को गंभीर नहीं माना है, लेकिन भूकंप की लगातार घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीबीसी से बात करते हुए एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘सोते हुए भी डर लगता है। ऐसा लगता है जैसे धरती हर समय हिल रही हो।’
टोकारा द्वीप भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां करीब 700 लोग रहते हैं। इन द्वीपों पर अस्पताल और आपातकालीन सेवाएं आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, जिससे स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि भूकंप से पहले उन्हें समुद्र से भयानक गर्जना की आवाज सुनाई दी। कई लोगों ने इस स्थिति को भयावह और रहस्यमय बताया है।
डर के कारण लोग जापान नहीं आ रहे हैं
भूकंप और मंगा कॉमिक में 5 जुलाई को प्रलय की भविष्यवाणी के कारण जापान आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। अप्रैल में जहां रिकॉर्ड 39 लाख लोग जापान घूमने आए थे, वहीं अब इसमें भारी गिरावट आई है। हांगकांग से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 11% की कमी आई है। कई उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं, क्योंकि लोग डर के कारण यात्रा नहीं कर रहे हैं।
आखिर क्या है मंगा की भविष्यवाणी?
बता दें कि मंगा जापान की एक बेहद लोकप्रिय कॉमिक बुक सीरीज है, जिसके बारे में दावा जाता है कि इसने अतीत में कई आपदाओं की सटीक भविष्यवाणी की है। 2011 में, जब जापान में 9.0 तीव्रता का भूकंप और विनाशकारी सुनामी आई थी जिसमें लगभग 20,000 लोग मारे गए थे, तो कहा गया था कि 1999 में प्रकाशित मंगा के पहले संस्करण में इस आपदा का संकेत दिया गया था। लेकिन अब के समय में यह कितनी सटीक होगी यह देखने वाली बात है।