Japan Baba Vanga Prediction: जुलाई की 5 तारीख को जापान में एक विनाशकारी आपदा की भविष्यवाणी ने देशभर में खौफ पैदा कर दिया है। रियो तात्सुकी, जिन्हें ‘जापानी बाबा वंगा’ कहा जाता है, ने अपनी मशहूर कॉमिक सीरीज ‘द फ्यूचर आई सॉ’ में 5 जुलाई 2025 को भयानक भूकंप और सुनामी की चेतावनी दी थी। दावा किया गया है कि यह आपदा 2011 की तबाही से भी तीन गुना ज्यादा भयावह होगी।
भविष्यवाणी से कांप रहे लोग
तात्सुकी की पिछली कई भविष्यवाणियां सच साबित हो चुकी हैं, जिससे लोगों की चिंता और गहराती जा रही है। हाल ही में जापान के एक छोटे दक्षिणी द्वीप पर 1,000 से ज्यादा भूकंपीय झटके दर्ज किए गए हैं। इसके बाद प्रशासन ने वहां के 89 निवासियों से घर खाली कराने का अनुरोध किया है। इस डर का असर देश की अर्थव्यवस्था और पर्यटन पर भी साफ नजर आ रहा है। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई की फ्लाइट बुकिंग में 83% की भारी गिरावट दर्ज की गई है। यहां तक कि अप्रैल और मई की बुकिंग भी लोग रद्द करने लगे हैं।भविष्यवाणी और हालिया भूकंपों के चलते जापान में असमंजस और भय का माहौल है। वैज्ञानिक भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक चेतावनी जारी नहीं की गई है।
आ सकता है भूकंप
जापान एक बार फिर भीषण भूकंप की दहलीज पर खड़ा दिखाई दे रहा है। देश की भूकंप अनुसंधान समिति और सरकारी पैनल की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले 30 वर्षों में 7 या उससे अधिक तीव्रता वाला भूकंप आने की संभावना 82% तक पहुंच चुकी है, जो पहले 75% थी। वैज्ञानिक चेतावनियों के साथ-साथ ‘जापानी बाबा वेंगा’ के नाम से मशहूर रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी ने भी इस खतरे को और डरावना बना दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, जापान के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित ‘नानकाई ट्रफ’ जहां फिलीपींस सी प्लेट जापान की प्लेट के नीचे खिसक रही है, देश के सबसे घातक भूकंपों की जड़ बन चुका है। वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में सूक्ष्म भूकंपीय गतिविधियां दर्ज की हैं, जो दर्शाती हैं कि प्लेटें हर दिन कुछ मिलीमीटर की दर से सरक रही हैं। इससे ज़मीन के भीतर दरारें पैदा हो रही हैं, जो भविष्य में बड़े भूकंप का कारण बन सकती हैं।
2011 की भयानक सुनामी
2011 की भयानक सुनामी ने जापान को भारी तबाही दी थी, लेकिन इस बार वैज्ञानिकों को उससे तीन गुना बड़ी लहरों का खतरा दिख रहा है। इसी बीच, भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी ने यह दावा किया है कि जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र तल में एक विशाल दरार बनने वाली है, जो विनाशकारी भूकंप और सुनामी को जन्म देगी। हालांकि, यह भविष्यवाणी वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं है, लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि वही क्षेत्र वैज्ञानिकों के रडार पर भी है।
आपदा से निपटने की एक व्यापक योजना
जापान सरकार ने 2014 में आपदा से निपटने की एक व्यापक योजना लागू की थी, जिसके तहत तटीय सुरक्षा बांध, निकासी भवन, हाई रिस्क जोन की मैपिंग और अलर्ट सिस्टम जैसे उपाय किए गए। इस योजना का उद्देश्य मृत्यु दर में 80% तक की कमी लाना था, पर नई रिपोर्ट बताती है कि इसका प्रभाव सिर्फ 20% तक ही सीमित रह गया है। भविष्यवाणियों और वैज्ञानिक तथ्यों के बीच यह साफ है कि जापान को बड़ी सतर्कता बरतनी होगी। यदि समय रहते तैयारी न की गई, तो यह संभावित आपदा देश के लिए भारी कीमत लेकर आ सकती है।