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गुजरात ATS का ‘साइलेंट ऑपरेशन’, क्या तीन आतंकियों का ISIS से है कोई कनेक्शन? सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश हुई नाकाम

गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने भारत में ISIS से जुड़े तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम करने में बड़ी सफलता हासिल की है. ये आतंकी देश के कई शहरों में 'रिसिन' (Ricin) जैसे घातक ज़हर का इस्तमाल कर बायो-अटैक (Bio-Attack) करने की योजना बना रहे थे.

By: DARSHNA DEEP | Last Updated: November 10, 2025 12:40:51 PM IST



Gujarat ATS Team Action: गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने भारत में होने वाला सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम करने में बड़ी सफलता हासिल की है. इस ऑपरेशन में आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, जो देश के कई शहरों में रिसिन जैसे घातक ज़हर का इस्तेमाल कर हमले की सबसे बड़ी और खौफनाक योजना बना रहे थे. 

आतंकियों की पहचान आई बाहर 

दरअसल, गिरफ्तार आतंकियों की पहचान डॉ. अहमद मोहिद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी जो हैदराबाद का रहने वाला है, मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सुलेमान, और आज़ाद सुलेमान सैफी दोनों मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. जैसे ही हथियारों की सप्लाई करने पहुंचे तभी एटीएस की टीम ने तीनों आतंकियों को गुजरात के अदलाज टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है.  

टीम ने कैब और कैसे किया ऑपरेशन?

गुजरात ATS के डीआईजी सुनील जोशी ने जनाकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई करीब एक साल की निगरानी के बाद की गई है. उन्होंने आगे कहा कि  खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि हैदराबाद का रहने वाला डॉ. अहमद मोहिउद्दीन आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है. उसी इनपुट पर उसकी मूवमेंट ट्रैक कर हमारी टीम ने उसे बिना देर किए तुरंत रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.

 ATS  ने आंतकियों से किया किया बरामद 

छापेमारी के दौरान ATS की टीम ने आतंकियों से दो Glock पिस्तौल, एक Beretta पिस्तौल, 30 जिंदा कारतूस समेत चार लीटर कैस्टर ऑयल बरामद किया है. ये तीनों आंतकी कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल कर ‘रिसिन’ ज़हर बनाने में करते. तो वहीं, डीआईजी जोशी ने बताया कि डॉ. मोहिउद्दीन ने चीन से MBBS की पढ़ाई की थी और वह रासायनिक ज्ञान का इस्तेमाल कर रिसिन तैयार कर देश में बड़े पैमाने पर हमला करना चाहता था. ऐसा माना जाता है कि यह ज़हर साइनाइड से भी सबसे ज्यादा घातक होता है. 

क्या तीनों आतंकियों का ISIS से है कनेक्शन?

ATS की जांच में जो कुछ सामने आया उसने हर किसी को हैरान कर दिया. जांच के दौरान यह सामने आया कि डॉ. मोहिउद्दीन की बातचीत टेलीग्राम पर ‘अबू खदीजा’ नाम के यूज़र से होती थी, जो इस्लामिक स्टेट–खुरासान प्रांत (ISKP) से जुड़ा हुआ है. इसके साथ ही उसी के आदेश पर तीनों आतंकी भारत में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में “मैसिव बायो-अटैक” की तैयारी करने में जुटे हुए थे. 

क्या उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी जुड़े हैं तार?

जानकारी के मुताबिक, दो आरोपी मोहम्मद सुहैल (शामली) और आज़ाद सैफी (लखीमपुर खीरी) ने धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद कट्टरपंथ का रास्ता चुना हुआ था. ATS की टीम को इन दोनों आरोपी के देश की राजधानी दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद और कश्मीर में रेकी के सबूत मिले हैं. हांलाकि, जांच में यह भी सामने आया कि इन दोनों को राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियारों की सप्लाई हुई थी जिसके बाद से दोनों कलोल के रास्ते से गुजरात में दाखिल हुए हैं. 

क्या तीन आतंकियों की अदालत में होगी पेशी?

गुजरात ATS ने तीनों आरोपियों पर UAPA, आतंक विरोधी अधिनियम और हथियार अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. एक आरोपी को 17 नवंबर तक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि बाकी दो आरोपियों को अदालत में जल्द ही पेश किया सकता है. 

अधिकारियों के मुताबिक, यह नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे बड़ा है और इसके विदेशी लिंक की जांच भी की जा रही है. तो वहीं, ATS का कहना है कि  “अगर समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो देश में एक विनाशकारी आतंकी हमला हो सकता था. जिसमें लाखों लोगों की जान भी जा सकती थी. ”

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