Gangster Rajesh Mishra: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां, पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जिसने पूरे प्रदेश को सन्न कर दिया है. जेल में बंद गैंगस्टर राजेश मिश्रा के घर पर हुई छापेमारी में पुलिस ने 2 करोड़ 1 लाख 55 हजार रुपये नगद, 6 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक बरामद करने में बड़ी सफलता हासिल की है. कैश को गिनते-गिनते पुलिसकर्मियों को पूरी 22 घंटे लग गए.
कब और कैसे पुलिस ने मारा छापा ?
दरअसल, पुलिस ने यह कार्रवाई प्रतापगढ़ के मानिकपुर थाना क्षेत्र के मुन्दीपुर गांव में की है, जहां गैंगस्टर राजेश का घर है. खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने राजेश के घर में दस्तक दी. पुलिस की कार्रवाई में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि राजेश की पत्नी रीना मिश्रा और परिवार के अन्य सदस्य बेटा विनायक, बेटी कोमल, और रिश्तेदार यश गिरोह की कमान को संभालते हैं. फिलहाल, राजेश जेल में बंद है, वहीं से तस्करी का सबसे बड़ा नेटवर्क चलाता है.
दरवाजा खुलने के बाद पुलिस के उड़े होश !
जैसे ही पुलिस राजेश के घर पहुंची तो पहला दरवाजा अंदर से बंद कर लिया गया था. लेकिन दरवाजा खुलने के बाद पुलिस ने जो देखा उनके होश उड़ गए. पूरे कमरे में काले प्लास्टिक में लिपटे नोटों के बंडल, गत्तों में पैक गांजा और लोहे के ट्रंक में रखी स्मैक को पुलिस की टीम ने बरामद किया. इतना ही नहीं एक कोने में इलेक्ट्रॉनिक नोट गिनने की मशीन भी रखी हुई थी, जिससे एक बात यह साफ था कि गिरोह के पास तस्करी के साथ-साथ “कमाई की गिनती” का भी हर तरह का इंतजाम है.
राजेश की पत्नी कैसे बनी “माफिया क्वीन” ?
कार्रवाई के दौरान पुलिस को यह पता चला कि राजेश की पत्नी रीना मिश्रा ही पूरे नेटवर्क को संभालती है, वह “माफिया क्वीन” की तरह काम करती है. राजेश के जेल जाने के बाद उसने पूरा सिंडिकेट संभाला और रोज़ जेल में बैठे अपने पति से आदेश लेती रहती थी. उसने यह सोच रखा था कि किस इलाके में कितना माल भेजना है और कहां से रकम वसूलनी है यह सब कुछ रीनी मिश्रा करती थी. इतना ही नहीं गांव में उसका इतना ज्यादा खौफ था कि कोई उसने घर की तरफ देखने से भी डरता था.
पुलिस की जांच में क्या कुछ आया सामने ?
फिलहाल, पुलिस की कार्रवाई में कई अन्य चीजें भी सामने निकलकर आई हैं. रीना और उसके बेटे विनायक ने राजेश की फर्जी जमानत के लिए नकली दस्तावेज तक तैयार किए हुए थे. जिसकी वजह से उन पर धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. तो वहीं, पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार पहले भी इस परिवार से 3 करोड़ 6 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है.
कार्रवाई के बाद एसपी ने क्या दी जानकारी ?
एसपी दीपक भूकर ने इस पूरे घटनाक्रम पर जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ एक अभियान का हिस्सा है. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि “यह तो बस शुरुआत है, अब पूरे नेटवर्क को जड़ से ही खत्म कर दिया जाएगा.” फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.