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Raahul VS Chess: भारत को मिला 91वां ग्रैंडमास्टर! जानिए कौन हैं राहुल वी एस?

Chess Grandmaster: चेन्नई के राहुल वी.एस. ने फिलीपींस में ASEAN इंडिविजुअल चैंपियनशिप जीतकर एक ही झटके में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया. पढ़ें राहुल वी एस के बारे में.

By: Sharim Ansari | Published: November 9, 2025 2:35:46 PM IST



Raahul VS Grandmaster: शुक्रवार को, जब बाकी शतरंज जगत भारत में चल रहे इंटरनेशनल चैस फेडरेशन (FIDE) विश्व कप पर ध्यान केंद्रित कर रहा था, जहां भारतीय खिलाड़ी धूम मचा रहे हैं, राहुल वी.एस. (Raahul VS) ने फिलीपींस में ASEAN इंडिविजुअल चैंपियनशिप चुपचाप जीत ली. इस उपलब्धि ने उन्हें एक ही झटके में ग्रैंडमास्टर का खिताब दिला दिया और इस तरह वे भारत के 91वें ग्रैंडमास्टर बन गए.

शुक्रवार को एक राउंड शेष रहते खिताब जीतकर ग्रैंडमास्टर बनने के बाद, राहुल वी.एस. के पास जश्न मनाने का कोई समय नहीं था. शनिवार को, उन्हें फिलीपींस में सुबह 9 बजे (स्थानीय समयानुसार) टूर्नामेंट का अपना आखिरी मैच खेलना था और फिर दोपहर 2.30 बजे मलेशिया के लिए उड़ान पकड़ने के लिए हवाई अड्डे पहुंचना था, जहां उन्हें राष्ट्रमंडल शतरंज टूर्नामेंट में खेलना था.

राहुल के गुरु का बयान

चेन्नई से राहुल के शतरंज गुरु श्यामसुंदर मोहनराज, जिन्होंने भारत के कई हालिया ग्रैंडमास्टर्स तैयार किए हैं, ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ग्रैंडमास्टर के खिताब को लेकर कुछ भ्रम था, लेकिन इंडियन चेस फेडरेशन (AICF) ने घोषणा की कि राहुल भारत के 91वें ग्रैंडमास्टर हैं.

राहुल एक ही झटके में ग्रैंडमास्टर बन गए, और उन्हें आमतौर पर ज़रूरी थ्री नॉर्म्स में से कोई भी हासिल नहीं करना पड़ा, ठीक उसी तरह जैसे दिव्या देशमुख इस साल की शुरुआत में महिला विश्व कप का खिताब जीतने के बाद भी थ्री नॉर्म्स में से कोई भी हासिल किए बिना ग्रैंडमास्टर बन गई थीं.

कौन हैं राहुल वी एस?

एक पार्ट-टाइम कोच और एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से एमबीए करने के इच्छुक राहुल हाल ही में श्यामसुंदर के अधीन चेस थुलिर में काम कर रहे हैं, जिन्होंने अब लगातार ग्रैंडमास्टर तैयार करना शुरू कर दिया है – एआर इलमपर्थी (AR Ilamparthi) (भारत के 90वें ग्रैंडमास्टर), हरिकृष्णन ए रा (Harikrishnan A Ra) (भारत के 87वें ग्रैंडमास्टर) और श्रीहरि एलआर (Srihari LR) (भारत के 86वें ग्रैंडमास्टर) सभी चेन्नई स्थित उनके क्लब से हैं.

श्यामसुंदर ने कहा कि मैं राहुल को बचपन से जानता हूं, क्योंकि वह भी चेन्नई से है. 3-4 साल पहले भी, वह शतरंज के बारे में सलाह मांगता था. फिर कुछ महीने पहले, वह मेरे कैंप में आया जहां कई IM और GM ट्रेनिंग ले रहे थे. जब वह इन सभी GM से मिला और इन खिलाड़ियों के साथ कई मैच खेले, तो वह उनके बराबर ही सोच रहा था. वह भी उनके जितना ही मज़बूत था. इस अहसास ने शायद उसे और भी ज़्यादा बढ़ावा दिया और आत्मविश्वास भी दिया.

उन्होंने आगे कहा कि पिछले एक साल से, वह शतरंज पर बहुत मेहनत कर रहा है. क्योंकि कभी-कभी वह चंचल और खुश रहता था. लेकिन अब आप देख सकते हैं कि वह पूरी तरह से केंद्रित है.

जब श्यामसुंदर ने राहुल को लगाई डांट

कुछ महीने पहले, श्यामसुंदर दुबई ओपन में राहुल वीएस (Raahul VS) के बोर्ड के पास खड़े होकर उसे एक मैच में कॉम्पीट करते हुए देख रहे थे, तभी उस युवा खिलाड़ी की एक गलती ने उन्हें चौंका दिया. बाद में, इस हरकत के लिए श्यामसुंदर ने राहुल को बड़े भाई जैसी डांट लगाई – ‘अरे भाई, तुम क्या कर रहे हो?’ जैसा कि श्यामसुंदर बताते हैं, राहुल को एक ही चाल में खेल पलट देने वाली गलतियां करने की आदत पड़ गई थी.

वह टैक्टिकल चेस में बहुत अच्छा है. वह रणनीति में भी माहिर है. वह कैलकुलेशन में भी अच्छा है. लेकिन, इतने सालों में उसकी सबसे बड़ी समस्या यह थी कि वह एक ही चाल में बेवकूफ़ी भरी गलतियां कर बैठता था. मैंने उसे कई बार बताया कि ऐसा अक्सर होता है. मेरे पास (कैंप के लिए) आने से पहले भी, मैंने उसे यह एक आम सलाह के तौर पर कहा था. अगर आप चार घंटे अच्छा खेलते हैं और फिर उसे एक बेवकूफ़ी भरी गलती में बर्बाद कर देते हैं, वो भी एक शुरुआती गलती में. इसका हमेशा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में, यह काफी कम हो गया है, बहुत तेज़ी से.

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