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नंदी के कानों में क्यों कहते हैं भक्त अपनी मनोकामना? जानें क्या है इसकी वजह ?

Tradition of whispering in Nandi's ears: नंदी भगवान शिव के वाहन हैं और उनकी भक्ति में लड़े हुए भक्तों के लिए नंदी के कानों में अपनी मनोकामना कहना एक आम प्रथा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है?

By: Shivi Bajpai | Published: November 8, 2025 2:17:53 PM IST



Tradition of whispering in Nandi’s ears: नंदी भगवान शिव के वाहन हैं और उनकी भक्ति में लड़े हुए भक्तों के लिए नंदी के कानों में अपनी मनोकामना कहना एक आम प्रथा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है?

नंदी की विशेषता

नंदी भगवान शिव के सबसे प्रिय भक्त हैं और उनकी विशेषता है कि वे भगवान शिव की हर बात सुनते हैं और उनकी इच्छाओं को पूरा करते हैं. नंदी के कानों में कही गई बातें भगवान शिव तक पहुंचती हैं और वे उन इच्छाओं को पूरा करते हैं.

नंदी के कानों में मनोकामना कहने का महत्व

नंदी के कानों में मनोकामना कहने का महत्व यह है कि भगवान शिव तक आपकी इच्छाएं पहुंचाई जा सकें. नंदी के कानों में कही गई बातें भगवान शिव तक पहुंचती हैं और वे उन इच्छाओं को पूरा करते हैं.

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नंदी के कानों में मनोकामना कहने की विधि

नंदी के कानों में मनोकामना कहने के लिए आपको निम्नलिखित विधि का पालन करना होगा:

1. सबसे पहले, नंदी के सामने खड़े होकर अपनी मनोकामना को स्पष्ट रूप से कहें.
2. नंदी के कानों में अपनी मनोकामना कहने के बाद, उन्हें प्रणाम करें.
3. नंदी के कानों में मनोकामना कहने के बाद, भगवान शिव की पूजा करें और उन्हें प्रसन्न करने के लिए प्रार्थना करें.

नंदी के कानों में मनोकामना कहने का महत्व यह है कि भगवान शिव तक आपकी इच्छाएं पहुंचाई जा सकें. नंदी के कानों में कही गई बातें भगवान शिव तक पहुंचती हैं और वे उन इच्छाओं को पूरा करते हैं.इसलिए, यदि आप अपनी मनोकामना पूरी करना चाहते हैं, तो नंदी के कानों में अपनी मनोकामना कहें और भगवान शिव की पूजा करें.

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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. Inkhabar इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

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