UPSC Student Murder Case: राजधानी दिल्ली में हए यूपीएससी छात्र रामकेश मीणा हत्याकांड ने हर किसी को झकझोर के रख दिया है. तो वहीं पुलिस ने अब इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए मृतिका की प्रेमिका अमृता चौहान के साथ दो अन्य साथियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. आखिर क्या है हत्याकांड के पीछे की अलली वजह जानने के लिए पूरी खबर पढ़िए.
कैसे हुआ हत्याकांड का पूरा खुलासा ?
दरअसल, यह पूरी घटना 6 अक्टूबर की उत्तर दिल्ली के तिमारपुर इलाके की है. जब पुलिस को फ्लैट में आग लगने की सूचना मिली थी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस की टीम ने जांच पड़ताल के दौरान वहां से जले हुए शव को बरामद किया. हांलाकि, शुरुआती जांच में पुलिस को पहले यह मामला दुर्घटनावश का लग रहा था लेकिन जैसे ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए पुलिस के होश उड़ गए.
दरअसल, सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने नकाबपोश लोगों को इमारत में जाते हुआ देखा और एक महिला को आग लगने से पहले बाहर निकलते देखा गया. इसके बाद पुलिस को सारी कहानी समझ में आ गई.
पुलिस जांच और कहां तक पहुंची गिरफ्तारी ?
तकनीकी निगरानी और मोबाइल ट्रैकिंग के इस्तेमाल से पुलिस ने अमृता की गतिविधियों पर सख्त नज़र रखी हुई थी. इस दौरान पुलिस ने 18 अक्टूबर को आरोपी को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की. सख्ती से पूछताछ के बाद आरोपी महिला ने अपना अपराध पूरी तरह से कबूल कर लिया. इस दौरान उसने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वह मृतक रामकेश के साथ कई समय से लिव-इन रिलेशनशिप रह रही थी.
साथ ही उसने यह भी बताया कि एक हार्ड डिस्क में मौजूद निजी फोटो और वीडियो को लेकर उन दोनों का काफी दिनों से विवाद भी चल रहा था. इसी बात से परेशान होने के बाद उसने अपने एक्स बॉयफ्रेंड और एक अन्य साथी के साथ मिलर रामकेश को हमेशा के लिए मौत के घाट उतार दिया.
घटनाक्रम पर पुलिस ने क्या दी जानकारी ?
पुलिस के मुताबिक, तीनों आरोपी पहले तो फ्लैट में घुसे, जिसके बाद तीनों ने उसके साथ जमकर मारपीट की और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव पर घी, तेल और शराब डालकर आग लगा दी, ताकि साक्ष्य पूरी तरह से खत्म हो जाएं. हत्याकांड के वारदात के बाद उन्होंने वहां से हार्ड डिस्क, लैपटॉप और अन्य सामान को अपने पास रख लिया.
‘गेट एनालिसिस टेस्ट’ से कैसे होगी पुष्टि ?
अब सबसे अहम सवाल यह है कि आखिर ‘गेट एनालिसिस टेस्ट’ से कैसे पूरे वारदात की पुष्टि हो पाएगी. दरअसल, दिल्ली पुलिस इस हत्याकांड में गुजरात की नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (NFSU) से ‘Gait Analysis Test’ कराने की तैयारी करने में जुटी हुई है. यह एक वैज्ञानिक तकनीक है जिसमें किसी व्यक्ति के चलने के ढंग का पता लगाया जाता है. इसमें सिर की स्थिति, कदमों की लंबाई, हाथों की गति, शरीर का संतुलन और वजन का ट्रांसफर जैसी चीज़ों का गंभीरता से विश्लेषण किया जाता है.
‘गेट एनालिसिस टेस्ट’किन मामलों में आती है काम ?
यह तकनीक खौस तौर से उन मामलों में काम आती है जहां सीसीटीवी फुटेज में चेहरा साफ रूप से दिखाई नहीं देता है. लेकिन संदिग्ध की चाल-ढाल से पहचान संभव हो जाती है. भारत में कई हाई-प्रोफाइल मामले, जैसे गौरी लंकेश हत्याकांड, एंटीलिया बम केस, कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप, और केरल बम विस्फोट मामले में इस तकनीक का खौस रूप से इस्तेमाल किया जाता है. अब तो अदालतें भी अब इस तकनीक को वैज्ञानिक साक्ष्य के रूप में मान्यता देती हैं.
हत्याकांड के पीछे की वजह जानकर उड़ जाएंगे आपके होश
लेकिन पुलिस की पूछताछ में यह सामने आया कि अमृता और रामकेश के बीच निजी वीडियो और आर्थिक विवाद को लेकर झगड़े काफी ज्यादा बढ़ चुके थे. अमृता ने आशंका जताई थी कि रामकेश इन वीडियो का दुरुपयोग कर सकता है, बस इसी डर से उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या करने की खौफनाक योजना बनाई.
घटनाक्रम पर पुलिस ने क्या दी जानकारी ?
इस हत्याकांड पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया की फिलहाल, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. साथ ही पुलिस ने कहा कि अब ‘गेट एनालिसिस’ और अन्य फोरेंसिक रिपोर्ट से जांच को अंतिम रूप दिया जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, “यह मामला फोरेंसिक विज्ञान की नई तकनीकों के ज़रिए सुलझाने का उदाहरण बनेगा. साथ ही गेट एनालिसिस से यह साबित हो जाएगी कि फुटेज में दिख रहे लोग वही हैं जिन्होंने अपराध को अंजाम दिया.”
यह सनसनीखेज मामला न केवल प्रेम और अविश्वास को सामने लाकर रख दियाहै, बल्कि यह भी दिखाता है कि आधुनिक अपराधों की जांच में फोरेंसिक तकनीकें कितनी मददगार साबित हो जाती हैं.