Zohran Mamdani:ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में जीत हासिल कर के इतिहास रच दिया है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार एंड्रयू कुओमो को हराया है. जीत के साथ ही ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मिलेनियल और मुस्लिम मेयर बन गए हैं.1 जनवरी, 2026 को वह पदभार ग्रहण करेंगे.
ममदानी को मिले 50.2% वोट
डिसीजन डेस्क मुख्यालय के अनुसार ममदानी को 50.2% वोट यानी कुल 782,403 वोट मिले. जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कुओमो को 41.5 प्रतिशत वोट मिले यानी कु 646,951 वोट मिले. ममदानी मेयर एरिक एडम्स की जगह लेंगे जिन्होंने कुओमो को अपना वोट दिया था.
न्यूयॉर्क में राजनीति की शुरुआत
ममदानी जो खुद को एक डेमोक्रेटिक समाजवादी कहते हैं, न्यूयॉर्क में राजनीति के एक नए दौर की शुरुआत करे सकते हैं. ट्रंप हमेशा ममदानी और उनके वामपंथी विचारों को लेकर शक में रहे हैं. उन्होंने चिंता जताई है कि समाजवादी नीतियां उनके शहर को बदल सकती हैं.
इस वजह से बने न्यूयॉर्क के लोगों की पसंद
ममदानी ने व्यापक सामाजिक सुधारों का वादा किया है. ममदानी ने कई चुनावी वादे किए थे जिसके चलते भी वो ट्रंप के निशाने पर थे. मसलन घरों का किराया फ्रीज करना, ताकि किराएदारों पर महंगाई का बोझ न बढ़े. सभी के लिए फ्री बस सर्विस का भी ममदानी ने वादा किया था ताकि कामकाजी तबका और छात्रों को राहत मिले. उन्होंने ये भी कहा था कि अगर वो जीते तो सरकारी किराना दुकानें खुलवाएंगे ताकि जरूरी चीजें किफायती दामों पर मिलें.
उनके अभियान ने काफ़ी ध्यान और समर्थन आकर्षित किया है जिसमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का फ़ोन भी शामिल है, जिन्होंने कथित तौर पर ममदानी से कहा था कि उनका “अभियान देखने में प्रभावशाली रहा है.”
युवा मतदाताओं का समर्थन
इस जीत के साथ वो दक्षिण एशियाई मूल के पहले मेयर और अफ्रीका में जन्मे पहले व्यक्ति के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराएंगे. ममदानी का ज़मीनी अभियान किफ़ायतीपन पर केंद्रित था. एनबीसी न्यूज़ के एग्ज़िट पोल से पता चला है कि ममदानी को श्वेत, अश्वेत, लातीनी, एशियाई और अन्य जातियों के मतदाताओं का समर्थन मिला. 34 वर्षीय डेमोक्रेट को युवा मतदाताओं का भी भारी समर्थन मिला.
बता दें कि ममदानी 34 वर्ष के हैं. वह न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा के सदस्य हैं. उनका जन्म युगांडा में हुआ और पालन-पोषण न्यूयॉर्क शहर में हुआ. वे भारतीय मूल के हैं. उनकी मां प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर हैं और उनके पिता महमूद ममदानी हैं. उनके पिता मुस्लिम थे.
मीरा नायर कौन हैं?
मीरा नायर का जन्म 1957 में राउरकेला में हुआ था. वह एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हैं.हार्वर्ड से स्नातक, मीरा नायर की पहली फिल्म, सलाम बॉम्बे! (1988) ने कान में कैमरा डी’ओर जीता और ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला.
उनकी बाद की फिल्मों, मिसिसिपी मसाला (1991), मानसून वेडिंग (2001), और द नेम्सकेक (2006) ने कहानी कहने के तरीके को सोशल इनसाइट के साथ मिलाने के लिए उनकी रेप्युटेशन को और मजबूत किया.
मुंबई में पैदा हुए थे जोहरान के पिता
ज़ोहरान के पिता महमूद ममदानी 1946 में मुंबई में पैदा हुए और कंपाला में पले-बढ़े. वे अफ्रीका में उपनिवेशवाद और राजनीतिक हिंसा के सबसे सम्मानित विद्वानों में से एक हैं. 1972 में ईदी अमीन के शासन के दौरान युगांडा से निष्कासित होने के बाद, उन्होंने 1974 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की. अब वे कोलंबिया विश्वविद्यालय में शासन और मानव विज्ञान के प्रोफेसर हैं. महमूद अपनी 1996 की पुस्तक, “सिटिजन एंड सब्जेक्ट” के लिए सबसे ज़्यादा जाने जाते हैं, जिसमें उन्होंने “बाइफरकेटेड स्टेट” का प्रभावशाली कॉन्सेप्ट पेश किया. जो अफ्रीका में पोस्टकोलोनियल गवर्नेंस को समझने के लिए एक फ्रेमवर्क है.