ICC Women’s World Cup Final 2025: महिला विश्व कप में भारतीय टीम ने जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है. नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को हराया. यह भारतीय महिला टीम का पहला ICC खिताब भी है. टीम 2005 और 2017 के वर्ल्ड कप फाइनल में हार गई थी. हालांकि, इस बार हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में खिलाड़ियों ने कोई गलती नहीं की. 52 साल बाद भारत को विश्व विजेता बनाने में पूरी टीम ने भरपूर मेहनत की, लेकिन कुछ ऐसी भी खिलाड़ी रहे जिन्होंने अपने खेल से सभी का दिल जीत लिया. चलिए इन भारतीय खिलाड़ियों के जीवन पर एक नजर डाल लेते हैं.
स्मृति मंधाना
स्मृति मंधाना के बल्ले ने 2025 के महिला विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया. नतीजतन, उन्होंने इस विश्व कप में भारत के लिए सर्वाधिक 434 रन बनाए. इसके अलावा, न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 95 गेंदों पर 109 रनों की उनकी पारी ने भारत को सेमीफाइनल में पहुँचाया.
उनके करियर की बात करें तो, स्मृति का जन्म 1996 में मुंबई में हुआ था, लेकिन दो साल बाद उनका परिवार सांगली आ गया. स्मृति मंधाना के पिता श्रीनिवास क्रिकेट के शौकीन थे. स्मृति के भाई श्रवण क्रिकेट खेलते थे और उनकी खबरें स्थानीय अखबारों में छपती थीं. स्मृति ने उन क्लिपिंग्स को संभाल कर रखा. एक दिन उन्होंने ठान लिया, “मुझे भी अपने भाई की तरह रन बनाने चाहिए.”
गौरतलब है कि स्मृति मंधाना ने 2013 में राहुल द्रविड़ के बल्ले से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था. कुछ ही महीनों बाद, अंडर-19 टीम के लिए खेलते हुए, वह उसी बल्ले से वनडे में दोहरा शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं. और आज, वह तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाली एकमात्र भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. स्मृति जल्द ही संगीतकार पलाश मुच्छल से शादी करने वाली हैं, जो अक्सर उनका उत्साह बढ़ाने के लिए मैदान पर आते हैं.
दीप्ति शर्मा
महज 20 साल की दीप्ति शर्मा ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह 22 विकेट लेकर विश्व कप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी हैं. उन्होंने फाइनल में पाँच विकेट भी लिए और एक अर्धशतक भी लगाया. उन्हें प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट भी चुना गया.
दीप्ति के परिवार की बात करें तो उनके पिता रेलवे कर्मचारी थे. उनकी माँ एक स्कूल शिक्षिका थीं. उनके चार बड़े भाई भी थे, जिनमें सबसे छोटे भाई सुमित शर्मा ने पेशेवर क्रिकेट प्रशिक्षण प्राप्त किया था.
सुमित ने एमबीए करने के लिए क्रिकेट छोड़ दिया, फिर नौकरी शुरू की, लेकिन दीप्ति के अभ्यास में सहयोग देने के लिए उन्होंने वह नौकरी भी छोड़ दी. दो साल बाद, 2014 में, 17 साल की उम्र में, दीप्ति ने भारत के लिए पदार्पण किया. क्रिकेट खेलने के अलावा, दीप्ति कानून व्यवस्था भी संभालती हैं. दरअसल, दीप्ति उत्तर प्रदेश सरकार में डीएसपी हैं. भारत ने 2023 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीता था. दीप्ति भी इसी टीम का हिस्सा थीं. उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें 3 करोड़ रुपये और डीएसपी का पद दिया है.
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जेमिमा रोड्रिग्स
सेमीफाइनल में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, जेमिमा रोड्रिग्स ने नाबाद 127 रनों की पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई. उन्होंने 2011 विश्व कप के जश्न को देखने के बाद क्रिकेट खेलना शुरू किया.
2000 में मुंबई में जन्मी जेमिमा रोड्रिग्स के पिता, इवान रोड्रिग्स, एक जूनियर स्कूल में क्रिकेट कोच थे. उनके भाई, हनोक और एली भी स्थानीय स्तर पर क्रिकेट खेलते थे. जेमी का घर सचिन तेंदुलकर के घर के पीछे था. जब सचिन 2011 में विश्व कप जीतकर लौटे, तो जश्न देखकर जेमी को क्रिकेटर बनने का फैसला करने की प्रेरणा मिली.
12 साल की उम्र में, वह महाराष्ट्र अंडर-19 टीम का हिस्सा बन गईं. 16 साल की उम्र में, जेमी ने सौराष्ट्र के खिलाफ अंडर-19 वनडे मैच में दोहरा शतक बनाया. उन्होंने 17 साल की उम्र में भारत के लिए पदार्पण किया, लेकिन 2022 विश्व कप टीम में नहीं चुनी गईं.
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