Delhi Crime News: यह खबर राजधानी दिल्ली के तिलक नगर में हुए एक नवजात बच्चे के अपहरण और पुलिस द्वारा की गई सफल कार्रवाई के बारे में है.
घटना के मुख्य बिंदु दिए गए हैं
राजधानी दिल्ली के तिलक नगर में नवजात के अपहरण का मामला सामने आया है. जहां, दंपती (संयोगिता और शुभकरण) की शादी के कई साल हो चुके थे, लेकिन उनके कोई बच्चा नहीं था. गोद भरने के लिए उन्होंने बच्चा किडनैप कराने का प्लान बनाया है. माया ने 20 हजार रुपये देकर दो नाबालिग लड़कों से नवजात बच्चे को किडनैप करवाया.
कहां थी वारदात की जगह?
माया ने देखा कि बच्चा सुभाष नगर के एक मॉल के बाहर डिवाइडर पर एक महिला के साथ सो रहा था, वहीं से उसने किडनैप की खौफमाक योजना बनानी शुरू कर दी. दोनों नाबालिगों ने सुबह करीब 5:00 बजे वारदात को अंजाम दिया, और उन्होंने नारायणा थाना क्षेत्र से चोरी की गई स्कूटी का इस्तेमाल किया.
कहां तक पहुंची पुलिस की जांच?
8 अक्टूबर की सुबह अपहरण की सूचना मिलते ही तिलक नगर थाने की टीम (SHO विनीत कुमार पांडे, सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार आदि) ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी. टीम ने 20 दिनों में 200 से ज़्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे चोरी की स्कूटी और फिर दो नाबालिगों का पता चला सका. नाबालिगों ने पूछताछ में जानकारी देते हुए बताया कि माया नाम की महिला ने उन्हें 20 हज़ार रुपये दिए थे. पुलिस ने बिना किसी देर के माया को उत्तम नगर से गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है. माया की निशानदेही पर दंपती (शुभकरण और संयोगिता) को गिरफ्तार किया गया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है. यह पुलिस टीम की सजगता और कड़ी मेहनत का परिणाम है कि 20 दिन बाद नवजात बच्चे को सुरक्षित ढूंढ निकाला गया है.