Hospital Scam : आज के समय में लगभग हर घर में किसी न किसी को स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ता है. छोटी बीमारियों के लिए खर्च सहन किया जा सकता है, लेकिन अगर कोई सीरीयस बीमारी हो और अस्पताल का बिल बहुत बड़ा आए, तो आम लोग आर्थिक चिंता में फंस जाते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए कई लोग स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) लेते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बीमा होने के बावजूद हमें पूरी मदद नहीं मिलती.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति इस समस्या को समझाने की कोशिश कर रहा है. वो कहता है कि आपके पास 50 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी है, लेकिन फिर भी आपको लाखों रुपये खुद से खर्च करने पड़ सकते हैं. ये सब अक्सर लोगों को बीच में फंसाने के लिए बनाई जाती है.
कैसे अस्पताल और बीमा कंपनियां आपको प्रभावित कर सकते हैं?
वीडियो में बताया गया है कि सबसे पहले अस्पताल ये पता लगाता है कि आपके पास बड़ी बीमा पॉलिसी है. इसके बाद वो आपके बिल को बढ़ा देता है. उदाहरण के लिए, अगर किसी इलाज की असली कीमत 4 लाख रुपये है, तो अस्पताल 7 लाख रुपये का बिल बनाता है.
आप परेशान नहीं होते क्योंकि सोचते हैं कि बीमा इसे कवर कर देगा. लेकिन बीमा कंपनी एक नियम का इस्तेमाल करती है, जिसे “Reasonable and Customary Clause” कहा जाता है. इस नियम के अनुसार, यदि बिल नार्मल रूप से ज्यादा है, तो बीमा कंपनी केवल वही पैसे देती है जो तए है. ऐसे में जो और पैसा बचता है, वो आपके ऊपर आ जाता है और आपको देना पड़ता है, लेकिन अगर आप उस समय ये काम कर लें तो उससे बचा जा सकता है. आइए जानते हैं कि क्या करना चाहिए-
अपने परिवार को आर्थिक संकट से बचाने के उपाय
इस स्थिति से बचने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं:
1. दावा खारिज होने पर लिखित डिटेल मांगें: अगर आपकी क्लेम रिजेक्ट हो जाती है, तो डॉक्टर से हर एक चार्ज की रिटेन डिटेल मांगें. इसे अपील के रूप में सबमिट करें. कई बार ये काम कर जाता है.
2. अस्पताल का खर्च पहले जान लें: किसी भी योजना से इलाज कराने से पहले अपनी बीमा कंपनी से दर सूची (Rate Chart) मांगें और अस्पताल के खर्च से तुलना करें. ऐसा अस्पताल चुनें जो शुरुआत से ही ज्यादा चार्ज न करे.
इन सावधानियों से आप और आपका परिवार अचानक आने वाले भारी खर्च से बच सकते हैं. आर्थिक संकट से निपटना कठिन होता है, लेकिन सही जानकारी और तैयारी के साथ इसे काफी हद तक रोका जा सकता है.