AMAZON कर्मचारियों के लिए दीवाली के बाद का ये हफ्ता एक बड़ा झटका लेकर आया है। हजारों कर्मचारियों को सुबह-सुबह एक टेक्स्ट मैसेज (SMS) मिला, जिसमें लिखा था कि वे अब कंपनी का हिस्सा नहीं हैं। यह मैसेज उन्हें ऑफिस पहुंचने से पहले ही भेज दिया गया। कर्मचारियों को अपने पर्सनल या वर्क ईमेल चेक करने के लिए कहा गया, और कुछ को निर्देश मिला कि वे अपने रोजगार की स्थिति के बारे में हेल्प डेस्क से संपर्क करें।
14,000 नौकरियों पर चली कैंची
यह लेऑफ अमेज़न की उस बड़ी घोषणा के बाद की गई, जिसमें कंपनी ने करीब 14,000 कॉर्पोरेट जॉब्स खत्म करने की बात कही थी। यह कदम कंपनी के बड़े री-स्ट्रक्चरिंग और AI पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का हिस्सा है। अमेज़न का कहना है कि यह बदलाव “कंपनी की दक्षता और तकनीकी क्षमता बढ़ाने” के लिए किया जा रहा है।
किन कर्मचारियों पर पड़ा असर?
रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन कर्मचारियों की नौकरी गई, उनमें से कई रिटेल मैनेजर थे। कंपनी की HR हेड बेथ गैलेटी ने स्लैक पर एक आंतरिक नोट भेजकर बताया कि प्रभावित कर्मचारियों को 90 दिनों तक फुल सैलरी और बेनिफिट्स मिलते रहेंगे, साथ ही सेवरेन्स पैकेज (सेटेलमेंट) भी दिया जाएगा।
AI बन रहा है नौकरी खत्म करने की वजह
अमेज़न की HR प्रमुख बेथ गैलेटी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ये निर्णय AI तकनीक की तेज़ प्रगति के कारण लिए गए हैं। उन्होंने लिखा, “दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। यह AI की ऐसी पीढ़ी है जो इंटरनेट के बाद सबसे बड़ी तकनीकी क्रांति है। यह कंपनियों को पहले से कहीं ज्यादा तेज़ी से इनोवेशन करने में मदद कर रही है।”
कोविड के बाद से बदलती रणनीति
पिछले कुछ वर्षों में अमेज़न लगातार अपने बिजनेस को सरल और कुशल बनाने पर काम कर रहा है। कंपनी ने मैनेजमेंट की परतें घटाईं, खर्चों पर कंट्रोल किया, परफॉर्मेंस रिव्यू सिस्टम बदला और ऑफिस से काम (Work from Office) को फिर से अनिवार्य किया। कोविड महामारी के बाद कंपनी की तेजी से हुई ग्रोथ धीमी पड़ने लगी थी, इसलिए अब अमेज़न ने खर्च घटाने और गैर-जरूरी प्रोजेक्ट्स बंद करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
पहले रिटेल, अब क्लाउड डिवीजन पर असर
इस साल की शुरुआत में अमेज़न ने अपने रिटेल डिवीजन में हायरिंग फ्रीज़ (Hiring Freeze) लगाई थी। जुलाई में उसकी क्लाउड सर्विस यूनिट – Amazon Web Services (AWS) में भी कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया। कुल मिलाकर, यह कंपनी के अंदर धीरे-धीरे चल रही छंटनी (Gradual Layoffs) की प्रक्रिया का हिस्सा है।
टेक कंपनियों में छंटनी का दौर
सिर्फ अमेज़न ही नहीं, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री इस समय बड़े बदलाव से गुजर रही है। Microsoft ने 2025 में करीब 15,000 नौकरियां काटने की योजना घोषित की है। Meta (Facebook) ने भी अपने कई कर्मचारियों को हटाया है, खासतौर पर उन विभागों में जहां AI और Automation के ज़रिए काम किया जा सकता है।
यह सब दिखाता है कि आने वाला दौर AI और मशीनों के नियंत्रण में होगा, और कई पारंपरिक नौकरियां धीरे-धीरे खत्म हो सकती हैं।