Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब से दूसरी बार सत्ता में लौटे हैं, तब से यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौता कराने की कोशिश में जुटे हैं। ट्रंप इस सिलसिले में कई बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत और उनकी तारीफ भी कर चुके हैं। हालाँकि, पिछले कुछ दिनों से ट्रंप लगातार पुतिन को चेतावनी दे रहे हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुलासा किया है कि यूक्रेन और पुतिन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर उनकी सोच बदलने में उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने उनकी काफी सहायता की है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पत्नी मेलानिया को दिया श्रेय
नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ एक बैठक के दौरान, ट्रंप ने बताया कि मेलानिया ने उन्हें समझाया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के साथ शांति समझौते पर अपनी ही बात से मुकर रहे हैं। फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, “मैंने पुतिन से फोन पर शांति समझौते के बारे में बात की। मेलानिया ने देखा कि इसके बाद भी रूस लगातार हमले कर रहा है। उन्होंने मुझसे कहा कि पुतिन जो कह रहे हैं और जो कर रहे हैं, वह मेल नहीं खाते।”
मेलानिया ने ऐसा क्या कहा जिससे ट्रंप की आँखें खुल गईं?
डोनाल्ड ट्रंप पहले भी कई बार पुतिन की तारीफ़ कर चुके हैं और उन्हें जीनियस भी कह चुके हैं। ट्रंप ने कहा कि मेलानिया के शब्दों ने उन्हें उनके इरादों पर भरोसा करने के बारे में और ज़्यादा सतर्क कर दिया है। नाटो महासचिव से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “पुतिन के साथ मेरी बहुत अच्छी बातचीत हुई और फिर उसी रात उन्होंने यूक्रेन पर मिसाइलें दाग दीं।”
ट्रंप ने कहा, “मैं घर पहुँचा और मेलानिया को बताया कि आज मैंने पुतिन से बात की। हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। इस पर मेलानिया ने कहा, “सच में? एक और शहर पर हमला हुआ है। इसके बाद मैंने टीवी चालू किया। मेलानिया ने मुझसे कहा कि यह अजीब है क्योंकि रूस ने अभी-अभी एक नर्सिंग होम पर बमबारी की है।”
अब ट्रंप ने पुतिन को चेतावनी दी
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले हफ़्ते कहा था कि वह पुतिन से नाखुश हैं। उन्होंने कई लोगों की हत्या के लिए पुतिन को ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी हमलों से बचाव के लिए अमेरिका यूक्रेन को सैन्य सहायता बढ़ाने की योजना बना रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 50 दिनों के भीतर यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता नहीं हुआ, तो रूस पर कड़े टैरिफ लगाए जाएँगे।