M1A2 Abrams Tank : चीन की नजरें इस वक्त ताइवान पर गढ़ी हुई हैं। वो किसी भी हाल में ताइवान पर कब्जा करना चाहता है। कई रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि चीन की PLA ताइवान पर हमला करने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका और उसके सहयोगी देश ताइवान को मजबूत बनाने के लिए उसे हथियार दे रहे हैं। अब इसी कड़ी में अमेरिक का घातक और आधुनिक Main Battle Tank (MBT) M1A2 Abrams शामिल है, जो ताइवान को अमेरिका से मिले रक्षा सहयोग के तहत मिला है।
इसका उद्देश्य चीन को एक कड़ा संदेश देना है कि हम हर चुनौती से लड़ने को तैयार हैं। M1A2 Abrams को General Dynamics Land Systems ने तैयार किया है। इस टेंक के ताइवान की सेना में शामिल होने से उसको मजबूती मिलेगी।
M1A2 Abrams की ताकत
इस अमेरिकी टेंक की ताकत की बात करें तो वो इसका मुख्य हथियार- 120mm XM256 Smooth Bore Cannon। यह तोप इतनी ताकतवर है कि 3,000 मीटर से ज्यादा की दूरी पर मौजूद लक्ष्य को भी सटीकता से तबाह कर सकती है। यानी दुश्मन अगर किलोमीटरों दूर भी है तो भी ये टैंक उसे मार गिरा सकता है।
इसके अलावा इस टैंक में दो अन्य शक्तिशाली हथियार भी हैं – 7.62 mm M240 coaxial मशीन गन और एक .50 caliber M2 Browning हैवी मशीन गन। वहीं भारी भरकम दिखने वाला ये टैंक बेहद तेज और फ्लैक्सिबल है, जो इसकी मोबिलिटी को दिखाता है। कीचड़, रेगिस्तान, पहाड़ी रास्ते… कोई भी जमीन इसे रोक नहीं सकती।
ताइवान के लिए गेमचेंजर साबित होगा M1A2 Abrams
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने खुद हेलमेट पहनकर टैंक की फायरिंग देखी और कहा, “इसकी ताकत और गति को देखकर लगता है कि यह वाकई दुनिया का सबसे शक्तिशाली टैंक है। इसने हमारी सेना को आत्मविश्वास की एक नई किरण दी है।” उन्होंने आगे कहा कि यह टैंक ताइवान की सुरक्षा के लिए एक बड़ा बदलाव साबित होगा।
ताइवान की सैन्य रणनीति में, यह टैंक न केवल चीन के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक कड़ा संदेश है। अमेरिका का यह रक्षा सहयोग सिर्फ़ हथियारों का तोहफ़ा नहीं, बल्कि लोकतंत्र के समर्थन का भी प्रतीक है। और जब यह टैंक मैदान में गरजता है, तो यह सिर्फ़ एक धमाका नहीं, बल्कि इस बात का ऐलान होता है कि ताइवान झुकेगा नहीं।