Pakistan: पाकिस्तान में एक बार फिर आत्मघाती हमला हुआ है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में सैन्य काफिले पर बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है। यह हमला ठीक उसी तरह से किया गया, जैसे 6 साल पहले भारत में पुलवामा हमला किया गया था। हमले में आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदा वाहन सैन्य काफिले में घुसा दिया था। इससे 16 जवान शहीद हो गए, जबकि 10 घायल हो गए। इसके अलावा विस्फोट से आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचा, जिससे महिलाओं और बच्चों समेत 19 नागरिक घायल हो गए।
किसने कराया हमला
यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली के खादी मार्केट में हुआ। जब विस्फोटकों से भरा एक वाहन पाकिस्तानी सेना के काफिले से टकरा गया। यह भी बताया जा रहा है कि विस्फोटकों से लदे वाहन से टकराने वाला वाहन सेना के बम निरोधक दस्ते का वाहन था। हमले की जिम्मेदारी टीटीपी समूह के उसुद उल हर्ब ने ली है। माना जा रहा है कि यह इत्तेहाद उल मुजाहिदीन और हाफिज गुल बहादुर समूह से जुड़ा है।
दो घरों की छत ढह गई
खैबर पख्तूनख्वा में तैनात एक पुलिस अधिकारी के हवाले से एएफपी ने लिखा है कि विस्फोट के कारण दो घरों की छत ढह गई, जिससे छह बच्चे घायल हो गए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक यह विस्फोट भी ऐसे समय हुआ है जब खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे इलाकों में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। जियो न्यूज की एक रिपोर्ट में पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने टीटीपी से जुड़े 10 संदिग्ध आतंकियों को मार गिराया है। इससे पहले आतंकियों ने दक्षिणी वजीरिस्तान में जंडोला चेकपोस्ट के पास फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप पर आत्मघाती हमला किया था।
पाकिस्तान में आतंकवाद
ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवाद से संबंधित मौतों में 45% की वृद्धि हुई है, जो 2023 में 748 से बढ़कर 2024 में 1,081 हो गई है। इससे यह आतंकवादी मौतों के मामले में वैश्विक स्तर पर दूसरे स्थान पर आ गया है। इस सूची में अफगानिस्तान पहले स्थान पर है।