Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक क्रिकेट मैच के दौरान हुए एक संदिग्ध आतंकी हमले (Terrorist attack) में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घायल हो गए। डॉन ने अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी। विस्फोट का एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें लोग भागते हुए दिखाई दे रहे हैं और पृष्ठभूमि में धुएँ का घना गुबार उठ रहा है। यह विस्फोट खार तहसील के कौसर क्रिकेट मैदान में हुआ।
कई लोग घायल
घायलों को पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाजौर जिले के पुलिस अधिकारी वकास रफीक ने पुष्टि की है कि यह विस्फोट एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED blast) से किया गया था। उन्होंने आगे कहा, “यह एक लक्षित हमला प्रतीत होता है।”
मैदान पर अफरा-तफरी और दहशत
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब क्रिकेट मैच (Cricket Match) चल रहा था, तब विस्फोट से मैदान में अफरा-तफरी मच गई। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, “विस्फोट से मैदान हिल गया और कई लोग दहशत में मैदान छोड़कर भाग गए।” इस हमले ने क्षेत्र में सार्वजनिक समारोहों और खेल आयोजनों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा कर दी हैं।
Russia-US Business: भारत को ज्ञान देने वाले US की खुली पोल, Trump ने रूस से खरीदे लाखों के अंडे
किसने किया हमला ?
हाल ही में हुई घटनाओं की एक श्रृंखला में, पिछले हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा के एक पुलिस स्टेशन पर क्वाडकॉप्टर से हमला किया गया, जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल और एक नागरिक घायल हो गए। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायलों को तुरंत जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया। हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी ने नहीं ली है।
US Recession: भारत से भिड़ने वाले अमेरिका के लिए एक और बुरी खबर, क्या तबाह हो जाएगी अर्थव्यवस्था
क्या है हमले की वजह ?
सुरक्षा अधिकारियों को संदेह है कि ये हमले कुछ हफ्ते पहले सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए आतंकवाद-रोधी अभियान (Anti-terrorism operations) ऑपरेशन सरबकाफ के जवाब में आतंकवादियों द्वारा किए गए हैं।
चीन के पास भारत की शिकायत लेकर पहुंचे थे पीएम ओली, फिर Jinping ने दिया ऐसा जवाब…सुन खुश हो जाएंगे PM मोदी
स्वतंत्रता दिवस पर मची तबाही
पिछले महीने 14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के सात जिलों में पुलिस स्टेशनों चौकियों और गश्ती दल पर समन्वित बंदूक और ग्रेनेड हमले किए, जिसमें छह अधिकारी मारे गए।

