Pakistan UNSC Chairmanship : ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों मार खाने के बाद पाक के लिए अच्छी खबर आई है। 1 जुलाई से पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अध्यक्ष के तौर पर काम करना शुरू कर चुका है। पाक के लिए अध्यक्ष बनना इसलिए और ज्यादा मायने रखता है क्योंकि हाल के समय में दुनियाभर में आतंक को लेकर इसकी जमकर बेज्जती हुई है। इसके अलावा UNSC का अध्यक्ष बनने के बाद उसे कुछ खास पावर्स भी मिली हैं।
UNSC का अध्यक्ष बना पाकिस्तान
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान को जनवरी 2025 में दो साल के लिए अस्थायी सदस्य के तौर पर चुना गया था, जिसे 193 में से 182 वोट मिले थे। पाक की अध्यक्षता सिर्फ एक महीने के लिए है। यानी वह 1 जुलाई से 31 जुलाई तक इस भूमिका में रहेगा। वैसे आपको बता दें कि पाकिस्तान पहले भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष रह चुका है। यह उसकी अध्यक्षता का आठवां कार्यकाल है। इससे पहले 2013 में उसने यह जिम्मेदारी संभाली थी। पाक 1952-53, 1968-69, 1976-77, 1983-84, 1993-94, 2003-04 और 2012-13 में भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष रह चुका है।
UNSC अध्यक्ष बनने के बाद PAK को मिली पॉवर्स-
- अध्यक्ष के पास परिषद की बैठकों की कार्यवाही को नियंत्रित करने, वक्ताओं को बुलाने और चर्चाओं को दिशा देने का अधिकार है।
- अध्यक्ष एजेंडे में शामिल मदों को प्राथमिकता दे सकता है, हालांकि इसके लिए अन्य सदस्यों की सहमति भी आवश्यक है।
- अध्यक्ष को परिषद के निर्णयों और चर्चाओं के बारे में आधिकारिक प्रेस बयान जारी करने का अधिकार है।
- शांति और सुरक्षा के लिए खतरा होने की स्थिति में अध्यक्ष आपातकालीन बैठक बुला सकता है।
UNSC अध्यक्ष बनने के बाद क्या होगा PAK का काम?
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अध्यक्ष के पास कई शक्तियां होती हैं।
- वह सुरक्षा परिषद की सभी औपचारिक और अनौपचारिक बैठकों की अध्यक्षता करता है।
- परिषद के एजेंडे और प्राथमिकताओं को निर्धारित करने में अध्यक्ष की अहम भूमिका होती है।
- अध्यक्ष परिषद की ओर से प्रेस वक्तव्य और सार्वजनिक घोषणाएं जारी करता है।
- परिषद के सदस्यों के बीच संचार और समन्वय सुनिश्चित करता है, ताकि परिषद की कार्यवाही सुचारू रूप से चले।
- यदि अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को तत्काल खतरा हो, तो अध्यक्ष आपातकालीन बैठक बुला सकता है।
- अध्यक्ष परिषद में प्रस्तावों और संकल्पों पर मतदान प्रक्रिया का संचालन करता है।
- वह सुरक्षा परिषद की सहायक समितियों के काम का समन्वय भी करता है।
भारत को कब मिलेगी UNSC की अध्यक्षता?
जनवरी 2023 से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में नहीं है। भारत ने आखिरी बार 2021-22 की अवधि में यूएनएससी में एक अस्थायी (गैर-स्थायी) सदस्य के रूप में भाग लिया था। आपको बता दें कि यहां अध्यक्ष का चुनाव वर्णानुक्रम में होता है। पाकिस्तान भी इसी तरह से चुना गया है। चूंकि जुलाई में पाकिस्तान अध्यक्ष है, इसलिए अगस्त 2025 में अगला सदस्य, जिसका नाम अंग्रेजी वर्णमाला में ‘P’ के बाद आता है, वह ‘R’ होगा। यानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों की मौजूदा सूची के मुताबिक रूस अगला अध्यक्ष होगा।