POK Protests: पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (POK) में हिंसक विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 12 नागरिक मारे गए हैं. पिछले कुछ दिनों से, प्रदर्शनकारी राजनीतिक और आर्थिक शिकायतों को लेकर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों से भिड़ रहे हैं. हिंसक झड़प का सबसे ताज़ा उदाहरण बुधवार को हुआ जब नीलम ब्रिज और अन्य स्थानों पर हुई झड़पों के दौरान आठ नागरिक मारे गए. ऑल इंडिया रेडियो के अनुसार दरिकोट बाग़ ज़िले में चार लोगों की मौत हुई जबकि मुज़फ़्फ़राबाद और मीरपुर में दो-दो लोगों के मारे जाने की खबर है.
डायन से की पाक सरकार की तुलना
पाकिस्तान पीओके पर नियंत्रण खो रहा है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POJK) में लोग रोज़ाना पाकिस्तानी सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.अवामी एक्शन कमेटी के एक शीर्ष नेता शौकत नवाज़ मीर ने पाकिस्तानी सरकार और सेना पर स्थानीय लोगों का दमन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सरकार की तुलना एक डायन से की और कहा कि तथाकथित आज़ाद कश्मीर बिल्कुल भी आज़ाद नहीं है.
मीर ने याद दिलाया कि कैसे जनरल आसिम मुनीर ने पहलगाम हमले से पहले हिंदुओं को काफ़िर कहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान दूसरों पर अत्याचार का आरोप लगाता है जबकि उसके अपने नेता पीओके में अत्याचार कर रहे हैं. पाकिस्तान के इस अत्याचार के ख़िलाफ़ पीओके में विरोध प्रदर्शन जारी हैं.
‘आम लोगों की आवाज़ दबाई जा रही’
उन्होंने कहा कि आम लोगों की आवाज़ दबाई जा रही है, मीडिया को चुप कराया जा रहा है, और सवाल किया कि अपने ही लोगों को मारने वाली पाकिस्तानी सेनाएँ उनका प्रतिनिधित्व करने का दावा कैसे कर सकती हैं?शौकत नवाज़ मीर ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार भारत पर आरोप लगाती है, लेकिन खुद पर गौर नहीं करती. मीर ने ज़ोर देकर कहा कि भारत सरकार काफ़िर है मुसलमान होने के नाते आप अपने ही लोगों को मार रहे हैं.
अब लोगों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को “आज़ाद कश्मीर” कहने से पहले दो बार सोचना पड़ रहा है न सिर्फ़ भारत में, बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी. मीर ने कहा कि आज़ाद कश्मीर बिल्कुल भी आज़ाद नहीं है.
मीडिया और इंटरनेट बंद
पाकिस्तान सरकार कश्मीर में विरोध प्रदर्शनों को दबाने के लिए मीडिया और इंटरनेट बंद करती जा रही है. कई रिपोर्टों के अनुसार अभिव्यक्ति की आज़ादी लगभग खत्म कर दी गई है जिससे ऐसा लगता है पाकिस्तान के द्वारा कहा जाने वाला “आज़ाद कश्मीर” शब्द सिर्फ़ एक दिखावा है.
12 नागरिकों को मार दी गोली
बुधवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पाकिस्तान सरकार के ख़िलाफ़ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में लगभग 6 लोग मारे गए. पिछले तीन दिनों से जारी विरोध प्रदर्शनों के दौरान बाग़ ज़िले के धीरकोट में कम से कम चार मुज़फ़्फ़राबाद में दो और मीरपुर में दो लोग मारे गए जबकि 200 से ज़्यादा नागरिक घायल हुए. झड़पों में तीन पुलिसकर्मी भी मारे गए और कम से कम नौ घायल हुए.

