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दुनिया के अमीर देशों में कैसे शामिल हुआ यह कंट्री? आबादी जान चक्कर खाकर गिर पड़ेंगे आप!

Liechtenstein Population: स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच बसा हुआ छोटा सा एक देश है. जिसका नाम अधिकतर लोग नहीं जानते होंगे, लेकिन फिर भी दुनिया के अमीर देशों में अपनी जगह बना रहा है.

Published by Sohail Rahman

Liechtenstein GDP: आपने आज तक किसी ऐसे देश के बारे में सुना है, जिसका अपना कोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा न हो.आपने कभी किसी ऐसे देश की कल्पना की है, जिसका कोई खुद का मुद्रा न हो या जिस देश ने आज तक अपनी करेंसी नहीं छापी हो. आज हम आपको ऐसे ही एक देश के बारे में बताएंगे, जो स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच के नक्शे पर एक छोटा सा भूभाग लिकटेंस्टीन की हकीकत है. तमाम मुश्किलों के बावजूद इस देश के पास न तो कोई हवाई अड्डा है, न ही कोई मुद्रा, फिर भी यह दुनिया के अधिकतर देशों से ज्यादा अमीर है.

बिना किसी केंद्रीय बैंक के हासिल की अपनी करेंसी

आपने अक्सर सुना या पढ़ा होगा कि कोई भी देश अपनी संप्रभुता के प्रतीकों, अपनी मुद्रा, अपनी राष्ट्रीय एयरलाइन, अपनी अनूठी भाषा की कड़ी सुरक्षा करते हैं. लिकटेंस्टीन ने एक अलग और आश्चर्यजनक रूप से चतुराई भरा रास्ता अपनाया. उसने अपने शक्तिशाली और स्थिर पड़ोसी स्विट्जरलैंड को देखा और एक व्यावहारिक फैसला लिया.स्विस फ़्रैंक को अपनाकर लिकटेंस्टीन ने तुरंत एक मजबूत मुद्रा हासिल कर ली. जी हां, लिकटेंस्टीन ने ये सब बिना केंद्रीय बैंक के प्रबंधन के बोझ के हासिल किया.

देश की समृद्ध अर्थव्यवस्था पर ध्यान किया केंद्रित

देश एक हवाई अड्डे को छोड़कर, इसने बुनियादी ढांचे की लागत में अरबों डॉलर बचाए और इसके बजाय स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के उत्कृष्ट परिवहन नेटवर्क पर निर्भर रहा. यहां तक की लिकटेंस्टीन की आधिकारिक भाषा जर्मन भी उधार लिया हुआ है. जिसका इस्तेमाल पड़ोसी आर्थिक महाशक्ति के साथ सहज एकीकरण के लिए किया जाता है. खुद की भाषा, खुद की करेंसी के बिना भी आप ये मत सोचिए कि ये कमजोर देश के संकेत है. जी नहीं, एकदम नहीं. यह दक्षता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इन जटिल राष्ट्रीय प्रणालियों को बनाए रखने पर संसाधनों को बर्बाद करने के बजाय लिकटेंस्टीन अपनी सारी ऊर्जा उस चीज़ पर केंद्रित कर सका जो वास्तव में मायने रखती है, यानी एक समृद्ध अर्थव्यवस्था और अपने लोगों के लिए असाधारण जीवन स्तर का निर्माण.

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किस-किस क्षेत्र में अग्रणी है लिकटेंस्टीन (Liechtenstein)

अपने छोटे आकार के बावजूद लिकटेंस्टीन एक औद्योगिक दिग्गज है. यह सटीक इंजीनियरिंग में विश्व में अग्रणी है, जो दंत चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाले छोटे ड्रिल से लेकर उन्नत कार पुर्जों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी तक सब कुछ बनाता है. निर्माण उपकरणों में वैश्विक अग्रणी, हिल्टी जैसी कंपनियां यहीं जन्मी और स्थापित हैं. यह उच्च-मूल्य वाला विनिर्माण यहां की अर्थव्यवस्था की नींव है, जो देश में रहने वाले लोगों की तुलना में अधिक रोज़गार पैदा करता है. इस औद्योगिक शक्ति का अर्थ है कि धन की जड़ें गहरी हैं और यह साझा है. देश में नागरिकों से ज्यादा पंजीकृत कंपनियां हैं, जिससे अवसरों की भरमार है और यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय वाले देशों में से एक है.

दरवाजा खोलकर सोते हैं इस देश के लोग

इस केंद्रित समृद्धि का परिणाम एक ऐसी जीवन शैली है जो किसी परीकथा से निकली हुई लगती है. लगभग बिना किसी कर्ज और मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ लिकटेंस्टीन के लोग एक ऐसी सुरक्षा की भावना का आनंद लेते हैं जो आधुनिक दुनिया में दुर्लभ है. इसका सबसे चौंकाने वाला प्रमाण अपराध दर, या उसका न होना है. पूरे देश में केवल मुट्ठी भर कैदी हैं. नागरिकों के बीच विश्वास इतना गहरा है कि एक आम बात जिस पर आगंतुक आश्चर्यचकित होते हैं, वह यह है कि बहुत से लोग रात में अपने दरवाजे बंद नहीं करते. यह सुरक्षा का एक ऐसा स्तर है जो किसी भी आर्थिक आँकड़े से ज़्यादा ज़ोरदार है.दुनिया अब वही सीख रही है जो लिकटेंस्टीन के निवासी लंबे समय से जानते हैं, कि असली दौलत सिर्फ बैंक में जमा पैसे से नहीं है. यह बिना किसी डर के सुरक्षित, शांतिपूर्ण और सुंदर जीवन जीने की आजादी से है.

अगर इस देश की आबादी की बात करें तो लिकटेंस्टीन की आबादी करीब 40,000 है. जो दुनिया के किसी भी देशों में कल्पना करना भी बेकार है. 

Sohail Rahman

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