Israel Strikes Qatar Latest News: इजराइल ने हाल ही में खाड़ी देश कतर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं को निशाना बनाकर एक भीषण हमला (Israel Strikes Qatar) किया. इस हमले के बाद ये सवाल उठने लगे कि क्या इस हमले के बारे में अमेरिका, इजराइल और कतर सबको इसकी जानकारी थी? सोशल मीडिया पर लगातार इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं. इसके बारे में विषेशज्ञों का कहना है कि इस हमले के बारे में इज़राइल, अमेरिका और कतर को पता था. लेकिन, न तो अमेरिका और न ही कतर ने दोहा में हमास नेतृत्व (Hamas) को निशाना बनाकर किए गए इस दुस्साहसिक इज़राइली हमले (Israel Strikes) को रोकने या विफल करने में कोई जल्दबाजी दिखाई.
इजराइल ने कतर को अलग-थलग करने से किया परहेज
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इज़राइल (Israel) पर किए गए हमले के बाद से इजराइल गाजा पर लगातार हमला करता आया है. इसी साल में इजराइल ने ईरान और सीरिया सहित पाँच देशों पर हमले किए हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि 2012 से हमास के राजनीतिक कार्यालय की मेज़बानी के बावजूद कतर इज़राइल की नज़रों से ओझल रहा है. इज़राइल ने हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया (ismail Haniyeh) की भी हत्या कर दी, जो वर्षों से कतर में रह रहे थे. इन सबके बवजूद इजराइल ने कतर को अलग-अलग थलग करने से परहेज किया.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
इसको लेकर भू- राजनीतिक विशेषज्ञों ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की है, जिसको लेकर भू-राजनीतिक विशेषज्ञों ने तीन प्रमुख सिद्धांत प्रस्तुत किए हैं कि यह हमला संभवतः इजराइल, अमेरिका और कतर के बीच एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें सऊदी अरब की थोड़ी मदद भी शामिल थी. दोहा हमले के संबंध में इजराइली सेना ने दावा किया कि उसने 7 अक्टूबर के क्रूर नरसंहार के लिए सीधे तौर पर ज़िम्मेदार लोगों को निशाना बनाया था. इस अभियान के तहत, 15 इज़राइली लड़ाकू विमानों ने उस आवासीय इमारत पर 10 बम गिराए जहाँ हमास के वरिष्ठ नेता इकट्ठा हुए थे.
कतर ने क्या कहा?
दरअसल, विशेषज्ञों ने कतर की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाए. सोशल मीडिया पर इसे महज दिखावा भी करार दिया गया. कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी (Qatar PM Sheikh Mohammed bin Abdulrahman Al-Thani) ने हाल ही में कहा कि कतर को इजराइली हमले (Israel Strikes) का जवाब देने का पूरा अधिकार है. वह अपनी सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डालने वाली किसी भी लापरवाह कार्रवाई या आक्रामकता के खिलाफ कड़े कदम उठाएगा.
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