Home > विदेश > ईरानी राष्ट्रपति को जान से मार देने का इजरायल ने बनाया था प्लान, ऐसे बाल-बाल बची थी मसूद पेजेशकियान की जान, खुलासे ने उड़ाए दुनिया के होश

ईरानी राष्ट्रपति को जान से मार देने का इजरायल ने बनाया था प्लान, ऐसे बाल-बाल बची थी मसूद पेजेशकियान की जान, खुलासे ने उड़ाए दुनिया के होश

घायलों में राष्ट्रपति पेजेशकियन भी शामिल थे, जिन्होंने इज़राइल पर उनकी हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

By: Ashish Rai | Published: July 13, 2025 5:02:47 PM IST



Israel Missile Strike: मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इज़राइल के साथ संघर्ष के दौरान ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के पैर में मामूली चोट आई है। पेजेशकियन 16 जून को पश्चिमी तेहरान में एक इमारत को निशाना बनाकर किए गए इज़राइली हवाई हमले में घायल हुए थे।

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सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही थी

यह मिसाइल हमला उस समय हुआ जब ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक उच्च-स्तरीय बैठक चल रही थी। ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से संबद्ध ‘फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी’ के अनुसार, संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाघेर ग़ालिबफ़, न्यायपालिका प्रमुख मोहसेनी एजेई और अन्य वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद थे।

घुसपैठ का संदेह, जाँच शुरू

इस घटना ने ईरान की चिंता बढ़ा दी है। अधिकारियों को संदेह है कि किसी घुसपैठिए की पहचान होने पर इतना सटीक हमला किया गया। यही वजह है कि मिसाइल हमले की जांच शुरू कर दी गई है।

नसरल्लाह स्टाइल का हमला

रिपोर्ट के अनुसार, बेरूत में हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद इज़राइली अभियान की तैयारी की गई थी। इमारत के प्रवेश और निकास द्वारों पर छह मिसाइलें दागी गईं ताकि बाहर निकलने के रास्ते बंद हो जाएँ और वायु प्रवाह बाधित हो।

अधिकारियों को आपातकालीन द्वार से बाहर निकाला गया

जब मिसाइलें गिरीं, उस समय ईरानी अधिकारी इमारत की निचली मंजिल पर मौजूद थे। इस वजह से कुछ देर के लिए बिजली गुल हो गई। अफरा-तफरी के बावजूद, अधिकारियों को आपातकालीन द्वार से बाहर निकलने में मदद की गई। हालाँकि, इस दौरान कुछ अधिकारियों को मामूली चोटें आईं।

राष्ट्रपति पर पहले ही लगा चुके हैं आरोप

घायलों में राष्ट्रपति पेजेशकियन भी शामिल थे, जिन्होंने इज़राइल पर उनकी हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पेजेशकियन ने पत्रकार टकर कार्लसन को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, “उन्होंने (इज़राइल ने) कोशिश की। हाँ, उन्होंने उसी योजना के अनुसार काम किया, लेकिन असफल रहे।”

शाहरक-ए-गर्ब में हमला

ईरान इंटरनेशनल की एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, यह अटैक पश्चिमी तेहरान के शाहरक-ए-गर्ब के नजदीक हुआ। यह हमला 12 दिनों तक चले एक व्यापक संघर्ष का हिस्सा था, जिस दरम्यान इज़राइली सेना ने कथित तौर पर कई शीर्ष ईरानी सैन्य कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों को मार डाला। मारे गए लोगों में आईआरजीसी कमांडर हुसैन सलामी, ईरानी सशस्त्र बल प्रमुख मोहम्मद बाघेरी और आईआरजीसी वायु सेना कमांडर अमीर अली हाजीज़ादेह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

ख़ामेनेई की हत्या की भी योजना थी

पिछली रिपोर्टों में यह भी संकेत दिया गया था कि इज़राइल ने संघर्ष के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली ख़ामेनेई की हत्या की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें कभी सही मौका नहीं मिला।

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