John F. Kennedy Murder Case: अमेरिकी इतिहास के सबसे दुखद दिनों में से एक, 22 नवंबर 1963 को, अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की टेक्सास के डलास शहर में एक खुली कार में रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आज भी इस हत्याकांड को अमेरिकी इतिहास में सबसे ज्यादा दुखद माना जाता है.
हत्याकांड की पूरी घटना
दोपहर 12:30 बजे, राष्ट्रपति कैनेडी अपनी पत्नी जैकलीन के साथ जा रहे थे, तभी डिली प्लाजा में अचानक उनके पर ताबड़तोड़ तीन गोलियां चलाई गई. दूसरी गोली कैनेडी के गर्दन और सिर में लगी और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई. यह घटना अमेरिकी लोगों और पूरी दुनिया के लिए किसी सदमे से कम नहीं था.
कैसे हुई संदिग्ध की गिरफ्तारी?
घटनास्थल की जांच में एफबीआई को पास की टेक्सास स्कूल बुक डिपॉजिटरी की इमारत की छठी मंजिल से एक राइफल और खाली कारतूस पड़े मिले. इसके साथ ही उंगलियों के निशान के आधार पर, ली हार्वे ऑस्वाल्ड नाम के 24 साल पूर्व मरीन को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की.
बैलिस्टिक रिपोर्टों ने यह पुष्टि करते हुए बताया कि गोलियां उसी राइफल से चलाई गई थी. इसके साथ ही ऑस्वाल्ड ने खुद को बेकसूर बताया और कहा कि उसे इस हत्याकांड के पीछे ‘बलि का बकरा’ बनाया जा रहा है.
एक और रहस्यमय मौत ने उड़ाया होश
गिरफ्तारी के ठीक दो दिन के बाद, जब पुलिस ऑस्वाल्ड को जेल से कोर्ट ले जा रही थी, तभी जैक रूबी नाम के नाइटक्लब मालिक ने टीवी कैमरों के सामने उसे गोली मार दी. जिससे उसने मौक पर ही दम तोड़ दिया. और इसके साथ ही हत्या के पीछे के कई संभावित जवाब हमेशा के लिए आज भी एक राज़ बनकर रह गए हैं.
रहस्य से अब तक नहीं उठ सका पर्दा
राष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने जांच के लिए वॉरेन कमीशन का गठन किया, जिसकी रिपोर्ट ने यह निकाला कि ऑस्वाल्ड ने अकेले ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. लेकिन, जनता के बीच हमेशा षड्यंत्र के सिद्धांतों यानी (Conspiracy Theories) पर विश्वास कायम रहा.
60 साल से ज्यादा समय के बाद भी, इस हत्याकांड पर हजारों किताबें, डॉक्यूमेंट्री और थ्योरी बनी हैं, लेकिन यह दुखद घटना आज भी अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य बनकर रह गया है.