Yemen chemical weapons: इजराइल-गाजा युद्ध के बीच यमन से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने खाड़ी देशों के साथ-साथ पूरी दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, यमन सरकार ने दावा किया है कि उनके देश में हूती विद्रोही, जो अब तक गोलियाँ और मिसाइलें बना रहे थे, अब रासायनिक हथियार भी बना रहे हैं। यमन के सूचना मंत्री मोअम्मर एरयानी ने कहा है कि ये रासायनिक हथियार मिसाइलों और ड्रोन पर लगाए जा रहे हैं, जो अमेरिका-इजराइल और उनके सहयोगी देशों के लिए खतरे की घंटी है। क्योंकि हूती विद्रोही लगातार इजराइल को निशाना बना रहे हैं।
मोअम्मर एरयानी ने यह भी दावा किया कि हूतियों को रासायनिक हथियार बनाने में ईरान से सीधा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि ईरानी विशेषज्ञ यमन में हूतियों को तकनीकी मदद दे रहे हैं, इसके अलावा तस्करी के जरिए जहरीले रसायन यहां लाए जा रहे हैं।
‘मौत की फैक्ट्री’
यमन के सूचना मंत्री ने और भी चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। एरयानी ने कहा कि गुप्त कारखानों में तस्करी की गई ज़हरीली गैसों और रसायनों का उत्पादन शुरू हो चुका है। मंत्री ने आरोप लगाया है कि हूती इन खतरनाक हथियारों को बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन में लगा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही मच सकती है।
आर्यानी ने कहा है कि यह न केवल यमन, बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए ख़तरा है। यह अंतरराष्ट्रीय क़ानून, रासायनिक हथियार सम्मेलन और संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि अगर इन हथियारों का इस्तेमाल किया गया, तो पश्चिम एशिया से लेकर पूरी दुनिया में भयावह स्थितियाँ पैदा हो सकती हैं।
आपको ये भी बता दें कि कुछ समय पहले तालिबान बलों ने अदन बंदरगाह पर एक तस्करी पकड़ी थी जिसमें ड्रोन, जेट प्रोपल्शन सिस्टम और उच्च तकनीक वाले नियंत्रण उपकरण मिले थे, जिसने सभी को चौंका दिया था।
हूतियों के हाथ लगे एडवांस हथियार
हाल के दिनों में हूतियों के पास उन्नत हथियार आ गए हैं, जिससे इज़राइल से लेकर अमेरिका तक, सबकी टेंशन बढ़ गई है। आज उनके पास लंबी दूरी के ड्रोन, उन्नत मिसाइलें हैं। और अब वे ज़हरीले हथियार भी बना रहे हैं। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उन्हें इन हथियारों की तकनीक तेहरान से मिली है।
आपको बता दें कि हूती लगातार अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के जहाजों पर इन हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में हूतियों ने दावा किया था कि उन्होंने इज़राइल के जहाजों पर हमला किया और कई मिसाइलें और ड्रोन दागे। अब अगर उन्हें रासायनिक हथियार भी मिल गए, तो यह युद्ध सीधे रासायनिक युद्ध में बदल सकता है।

